मुंबई । सिंगापुर ने भारत को चावल पर लगे प्रतिबंध से छूट देने के लिए भारत का धन्यवाद किया है। भारत में सिंगापुर के राजदूत ने एक्स पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा ‎कि सिंगापुर भारत सरकार को चावल पर लगे प्रतिबंध पर छूट देने के लिए धन्यवाद करता है। दोनों ही देश मजबूत रणनीतिक साझेदार है। हमारी यह मजबूत दोस्ती सराहनीय है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा ‎कि भारत और सिंगापुर के रिश्ते मजबूत हैं और इसी वजह से भारत ने खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सिंगापुर को चावल निर्यात करने का फैसला किया है। भारत ने 27 अगस्त को बासमती चावल के निर्यात पर अतिरिक्त सतर्कता के मद्देनजर अहम कदम उठाए थे। इसका मकसद गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात को रोकना था, जो वर्तमान में निषिद्ध श्रेणी में है। इससे पहले सरकार ने बताया कि उन्हें गैर-बासमती चावल के अवैध निर्यात के संबंध में कई रिपोर्ट मिली हैं। सरकार ने एक बयान जारी करते हुए कहा ‎कि रिपोर्ट के अनुसार गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात उबले चावल और बासमती चावल के एचएस कोड के तहत किया जा रहा है। हालांकि, सरकार ने गैर-बासमती चावल का निर्यात 20 जुलाई से बंद कर दिया था। प्रतिबंध के बावजूद सरकार ने देखा कि इस साल भी चावाल का निर्यात जारी रहा है, जिसके बाद केंद्र सरकार ने 20 जुलाई को चावल निर्यात मानदंडों में संशोधन करके गैर-बासमती सफेद चावल को निषिद्ध श्रेणी में डाल दिया।