सारणी । सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के बंद पड़े राख बांध पर सोलर प्लांट लगाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसका प्रस्ताव बनाकर जबलपुर मुख्यालय और दिल्ली पर्यावरण मंत्रालय को भेजा गया है। भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने फ्लाई ऐश उपयोगिता के कानून में बदलाव किया है। विश्व बैंक के सहयोग से अब यहां पर सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। देशभर के बंद पड़े राख बांधों पर पौधारोपण करने के स्थान पर अब विंड पावर अथवा सोलर पावर प्लांट लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। अधीक्षण यंत्री शैलेंद्र वगैद्रे के अनुसार पुरानी राख का इस्तेमाल 10 साल के अंदर करना अनिवार्य होता है।  विश्व बैंक ने सोलर प्लांट लगाने के लिए राख बांध को उपयुक्त स्थल माना है। केंद्र सरकार ने दिसंबर 2022 में राख बांधों पर पौधारोपण के स्थान पर विंड संयंत्र अथवा सोलर प्लांट लगाने की अनुमति दी है। इसके बाद सारणी ने अपना प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा है।