नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से शिक्षिका साक्षी आहूजा की मौत के मामले में मंगलवार को घटनास्थल का रेलवे की इलेक्ट्रिकल टीम द्वारा किए गए निरीक्षण की रिपोर्ट पुलिस को बुधवार को भी नहीं मिल सकी है।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि रिपोर्ट आने में अभी एक दो दिन का समय लग सकता है। इससे पहले रेलवे की इलेक्ट्रिकल टीम द्वारा पुलिस को बताया गया कि रिपोर्ट बुधवार शाम तक मिल जाएगी। इस मामले में पुलिस ने अभी तक पांच लोगों के बयान दर्ज किए हैं।

इसमें घटना के दौरान मौजूद रहे टैक्सी चालक तरुण, संतोष, कन्हैया और साक्षी की बहन माधवी और साक्षी के एक अन्य स्वजन शामिल है। तीनों टैक्सी चालक दुर्घटना के दौरान साक्षी की मदद करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जहां पर घटना हुई वहां 10 दिन पहले भी एक खुले तार में करंट उतर चुका था।

टैक्सी चालकों ने इसकी शिकायत मौखिक तौर पर रेलवे के अधिकारियों से की थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले में आगे की जांच के लिए रेलवे की इलेक्ट्रिकल टीम द्वारा किए गए घटनास्थल के निरीक्षण की रिपोर्ट महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि रविवार को शिक्षिका साक्षी आहूजा अपने दो बच्चों, माता, पिता, भाई और बहन के साथ चंढीगढ़ जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आई थीं। स्टेशन परिसर के पार्किंग क्षेत्र में पैदल जाते समय उनकी करंट लगने से मौत हो गई थी।

मौत के बाद जागा रेलवे

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शिक्षिका की मौत के बाद रेलवे प्रशासन जागा है। बुधवार को रेलवे स्टेशन परिसर में खराब बिजली के उपकरण और तारों को ठीक किया गया, जहां शिक्षिका की मौत हुई थी वहां पर हाई मास्ट लाइट के पोल के चारों तरह लोहे की जाली से कवर किया गया।

बाहर निकले तारों को बाक्स के अंदर किया गया है। रेलवे स्टेशन परिसर में पहाड़गंज की तरफ सभी बिजली के खंभों की गड़बड़ियों को ठीक किया गया है।

टैक्सी चालकों का कहना है कि जो काम बुधवार को किया गया, वह अगर पहले किया होता तो महिला की मौत नहीं होती।