भोपाल ।    बच्चों को रुचिकर तरीके से पढ़ाया जाए तो वे कठिन से कठिन विषय भी आसानी से समझ सकते हैं। इसी नुस्खे पर आगे बढ़ते हुए प्रदेश का शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को थ्रीडी तकनीक के प्रयोग से रोचक तरीके से पढ़ाने का कदम उठाने जा रहा है। इसके लिए मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के सभी 53 जिलों के एक-एक सरकारी स्कूल का चयन एजुकेशन फार आल (ईएफए) के तहत किया है। इन स्कूलों में कंप्यूटर लैब की स्थापना की गई है। यहां पर एआइ आधारित मशीन लर्निंग के माध्यम से छठीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई कराई जाएगी।

भौतिकी और रसायन शास्त्र की पढ़ाई

मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड ने एआई आधारित एंबाइब कंपनी के साथ अनुबंध किया है। जहां के विशेषज्ञों द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे विद्यार्थियों को पढ़ा सकें। प्रशिक्षण के बाद शिक्षक विद्यार्थियों को भौतिकी, रसायनशास्त्र, जीवविज्ञान व गणित के कठिन अवधारणाओं को थ्रीडी फिल्म और फीचर एप के माध्यम से आसानी से समझाएंगे। विशेष बात यह है कि इस सत्र से इन स्कूलों में आठवीं से 12वीं कक्षा में एआइ को एक विषय के रूप में शामिल किया गया है।

दो साल के लिए अनुबंध

मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड ने ईएफए स्कूलों का इस कंपनी के साथ दो साल का अनुबंध किया है। इससे विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीक के ज्ञान के साथ आइटी रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। आठवीं से 12 वीं के विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को विषय के रूप चुनने की सुविधा मिलेगी। साथ ही लैब में विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इनका कहना है

ईएफए के तहत चयनित 53 स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पाठ्यक्रम को शुरू किया गया है। इसके लिए लैब की स्थापना की गई है।

- पीआर तिवारी, निदेशक,मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड।