नई सरकार में पीढ़ियों का अंतर भी दिख रहा है। तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद के मुस्लिम-यादव समीकरण को साधते हुए सभी वर्गों को प्राथमिकता दी है। पिछड़ा और अति पिछड़ा समुदाय को भी मंत्रिमंडल में बड़ी हिस्सेदारी दी गई है। इसमें कुशवाहा समुदाय के तीन और अति पिछड़े समाज से तीन मंत्री बने हैं । सभी दलों ने अल्पसंख्यक समुदाय में मुस्लिमों पर बड़ा दांव लगाया है। कुल पांच मुस्लिम मंत्री बनाए गए हैं। मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जोड़कर कुल 33 लोग शामिल हैं। नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 31 विधानमंडल सदस्यों को मंत्री बनाया है। मंत्री बनाने के दौरान सभी दलों ने जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा है। कोशिश की गई है कि हर जाति को मंत्रिमंडल में जगह मिले। विशेषकर राजद और जदयू की ओर से इसका ध्यान रखा गया है कि उनके दलों से जितने भी मंत्री बन रहे हैं उसमें सभी जाति के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया जाए।