ऑस्कर 2023 में भारतीय फिल्म आरआरआर और द एलिफेंट व्हिस्परर्स का बोला-बाला रहा। दोनों ही फिल्मों ने अवॉर्ड जीतकर इतिहास रचा। हालांकि, अकादमी अवॉर्ड्स को लेकर थोड़ी कॉन्ट्रोवर्सी भी देखने को मिली।

चंद्रबोस को नहीं दिया बोलने का मौका

द एलिफेंट व्हिस्परर्स की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा को अवॉर्ड मिलने के बाद स्पीच नहीं देने दिया गया, जिसे लेकर उन्होंने अपनी नाराजगी भी जताई थी। अब नाटू-नाटू गाने के लेखक चंद्रबोस को लेकर भी कुछ ऐसी ही जानकारी सामने आई है, लेकिन उन्होंने अकादमी से कोई शिकायत न होने की बात कही है।

कीरावानी को मिले सिर्फ 45 सेकेंड

दरअसल, आरआरआर के गाने नाटू-नाटू को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग की कैटेगरी में विजेता घोषित किया गया। स्टेज पर अवॉर्ड लेने के लिए एमएम कीरावानी और चंद्रबोस गए। इस दौरान स्पीच देने के लिए कीरावानी को 45 सेकेंड दिए गए। वहीं, चंद्रबोस को सिर्फ एक सेकेंड का वक्त दिया गया और उन्होंने सिर्फ नमस्ते बोला। हालांकि, चंद्रबोस को इस बात को लेकर कोई शिकायत नहीं है, क्योंकि उनके लिए एक पल भी इतिहास रचने के लिए काफी है।

अकादमी से नहीं कोई शिकायत

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चंद्रबोस ने कहा, "कीरावानी सर को 45 सेकेंड दिए गए, लेकिन उन्होंने सिर्फ 30 सेकेंड तक स्पीच दी और इसके बाद म्यूजिक शुरू हो गया। जबकि मुझे बोलने के लिए सिर्फ एक सेकेंड दिए गए और मैंने सिर्फ नमस्ते कहा और इतिहास रचने के लिए इतना काफी है।"

इतिहास रचने के लिए एक शब्द काफी

उन्होंने आगे कहा, "मुझे पता है कि ऑस्कर जीतना ही काफी है, लेकिन मेरे लिए शब्द मेरी ताकत और खजाना दोनों है। एक शब्द कहना भी मेरे लिए खुशी की बात है। नमस्ते इतिहास बन गया। इसलिए मैं हमेशा कहता हूं कि इतिहास रचने के लिए कई घंटे की जरुरत नहीं होती है, एक सेकेंड भी काफी है।"

नाटू-नाटू ने जीते कई अवॉर्ड

ऑस्कर 2023 के अलावा नाटू-नाटू ने इस साल कई और अवॉर्ड अपने नाम किए। इनमें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड और क्रिटिक्स च्वाइस अवॉर्ड जैसे बड़े सम्मान भी शामिल है। ऑस्कर समेत इन सभी अवॉर्ड्स को जीतने के लिए नाटू-नाटू ने लेडी गागा और रिहाना जैसे पॉपुलर सिंगर्स के गानों को मात दी है।