खंडवा ।   मध्य प्रदेश की तीर्थ नगरी कहे जाने वाले ओंकारेश्वर में भूतड़ी अमावस्या पर श्रद्धालुओं का मेला लगेगा। संभावना जताई जा रही है कि पांच लाख लोग इस दिन यहां स्नान करने पहुंच सकते हैं। 6 अप्रैल से लोग यहां आना शुरू हो जाएंगे, इसका सिलसिला 10 अप्रैल तक चलेगा। प्रशासन इसकी तैयारियों और सुरक्षा को लेकर शुक्रवार को बैठक करेगा। बता दें कि सोमवती भूतड़ी अमावस्या पर ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला तीन दिन पहले ही शनिवार से शुरू हो जाएगा। नर्मदा स्नान भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन ओंकार पर्वत की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालु अपने अपने साधनों हजारों वाहनों से पहुंचेंगे। ओंकारेश्वर नगर सहित आसपास पांच किलोमीटर के दायरे में ओंकार पर्वत की परिक्रमा मार्ग नगर में हर कहीं जहां तक नजर पड़ेगी वहां तक श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आएंगे। सात अप्रैल की रात्रि को करीब चार लाख श्रद्धालु एक साथ ओंकारेश्वर में नर्मदा तटों पर अपना डेरा डाल कर पूरी रात्रि तांत्रिक क्रियाओं को अंजाम देंगे। बीते वर्ष 2023 चैत्रमाह की भूतड़ीअमावस्या पर ओंकारेश्वर में करीब तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने नर्मदा में स्नान किया था। 

ओंकारेश्वर के समाजसेवी प्रदीप ठाकुर ने शासन एवं प्रशासन को अवगत कराते हुए कहा है कि यह अमावस्या सबसे बड़ी अमावस्या है और थोड़ी सी भी भूल से बड़ा हादसा हो सकता है। 20 वर्ष पूर्व हुई दुर्घटना घटित ना हो इसलिए प्रशासन को अभी से इंतजाम शुरू कर देना चाहिए। बता दें कि 20 वर्ष पूर्व इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ने के दौरान नर्मदा नदी में डूबने से कई लोगों की मौत हो गई थी।ओंकारेश्वर नगर परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय गीते ने बताया कि पांच अप्रैल को खंडवा जिला प्रशासन स्थानीय प्रशासन की संयुक्त बैठक होगी। इसमें प्रशासन के सभी विभाग एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधा और सुरक्षा को लेकर रूपरेखा बनाई जाएगी। परिषद ने महापर्व को देखते हुए ओंकारेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दे दिए हैं।