भोपाल । मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने तीन पॉवर सेंटर बनाए हैं। कमलनाथ, रणदीप सुजेवाला और दिग्विजय सिंह ये तीनों ही वरिष्ठ नेता अलग अलग भूमिका में नजर आ रहे हैं। जहां एक नेता के पास सीट मैनेजमेंट है, तो दूसरे नेता के पास ब्रांडिंग और मीडिया को संभालने का जिम्मा है। तीसरे नेता के पास ग्रास रूट पर पार्टी की पकड़ मजबूत करने का काम है। ऐसे में ये तीनों ही नेता अपने अपने रोल को बखूबी निभा रहे हैं।

कमलनाथ
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ पार्टी का मुख्य चेहरा है। पार्टी ने पिछला चुनाव भी उनके नेतृत्व में लड़ा और जीता था। एक बार फिर पार्टी ने नाथ के ऊपर ही दांव लगाया है। हालांकि कमलनाथ चेहरा होने के साथ साथ चुनाव के मुख्य सूत्रधार भी हैं। उन्हें सीट मैनेजमेंट बहुत अच्छे से आता है। हर सीट पर वे अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस में नए नए लोगों को जोडऩे पर नाथ काम कर रहे हैं। उनके भरोसे पर अब तक भाजपा से टूट कर कई सीनियर और नामी नेता कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं।

रणदीप सुरजेवाला
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुरजेवाला फिलहाल इस बार के चुनाव में पार्टी की ब्रांडिंग और मीडिया मैनेजमेंट पर फोकस कर रहे हैं। उनका ध्यान पूरी तरह से भाजपा पर अटैक किस तरह से किया जाए इस बात पर टिका हुआ है। सुरजेवाला ने अपने काम से कर्नाटक में कांग्रेस को सत्ता दिलवाई है। ऐसे में पार्टी ने  उनका चुनावी मैनेजमेंट देखते हुए उन्हें मध्यप्रदेश में भी मुख्य भूमिका में रखा है। उनकी ट्यूनिंग भी कमलनाथ के साथ अच्छी है।

दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजय सिंह ने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए पूरी तरह से पर्दे के पीछे रहकर काम संभाला हुआ है। उनका फोकस कांग्रेस की हारी हुई सीटों पर है। वे लगातार इन सीटों का दौरा कर रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी को सेक्टर और मंडपम स्तर पर चुनाव के लिए तैयार करने का काम भी सिंह के हवाले है। इसके साथ ही नाराज और रूठे हुए कार्यकर्ताओ को मनाने और जोडऩे का मुख्य काम भी सिंह के जिम्मे हैं।