नई दिल्ली। चक्रवात के बाद अब वर्षा में टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचने और लगातार गिरती आवक के बाद टमाटर के दाम आसमान चढ़ने लगे हैं। आजादपुर सब्जी मंडी के कारोबारी अगले 15-20 दिन तक टमाटर की कमी का अनुमान लगा रहे हैं।

मंडी में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश से टमाटर की आवक बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टमाटर की हर रोज सौ से लेकर सवा सौ गाड़ियां मंडी आ रही थीं, अब यह संख्या घटकर 10 से 15 तक पहुंच गई है।

रोहिणी और आसपास के इलाके में टमाटर 80-100 रुपये और अच्छी किस्म का टमाटर 120 रुपये किलो ग्राम तक बिका। पिछले महीनेभर से बिगड़े मौसम का असर अब सब्जियों पर पड़ने लगा है। पखवाड़े से कई सब्जियों के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

सबसे ज्यादा वृद्धि टमाटर के दाम में दर्ज की जा रही है। महीने-डेढ़ महीने पहले जिस टमाटर के थोक दाम 7-8 रुपये किलो पहुंच गए थे, आज 40 से लेकर 60 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं। खुले बाजार में टमाटर 80 से लेकर 120 रुपये बिक रहा है।

रोहिणी की रजापुर मार्केट में मंगलवार को टमाटर 120 रुपये प्रति किलो बिका। आजादपुर वेजिटेबल ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव अनिल मल्होत्रा ने बताया कि टमाटर के आज के थोक दाम 1000 से लेकर 1400 रुपये प्रति पेटी (25-26 किलोग्राम) रहे। यानी, थोक भाव 40 से लेकर 56 रुपये प्रति किलो रहे। मल्होत्रा ने बताया कि जिस तरह से टमाटर की आवक लगातार घटती जा रही है, कीमतें उसी हिसाब से बढ़ती जाएंगी। उत्तर प्रदेश के अमरोहा, संभल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा से टमाटर की आवक नगण्य हो गई है।

महीने भर बजट बिगाड़ेगा टमाटर

आजादपुर मंडी के टमाटर के थोक व्यापारी गोपाल का कहना है कि तूफान और वर्षा के कारण टमाटर की फसल कुछ ज्यादा नुकसान पहुंचा है। अन्य सब्जियों पर थोड़ा कम असर रहा। टमाटर की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। टमाटर की आपूर्ति शुरू होने में महीना भर लग सकता है। महाराष्ट्र और बेंगलुरु से टमाटर की नई फसल आएगी, तभी आपूर्ति सामान्य स्तर पर पहुंच पाएगी।

गाजीपुर मंडी में भी आवक कम सप्ताहभर पहले तक 200 टन से ज्यादा टमाटर गाजीपुर फल एवं सब्जी मडी में आ रहा था, अब आवक 90 से 100 टन रह गई है। नतीजतन बाजार में टमाटर के दाम 80-90 रुपये प्रति किलो जा पहुंचे। गाजीपुर मंडी के आढ़ती मुकीम कुरैशी ने बताया कि पहले इस महीने में आंध्र प्रदेश से टमाटर आता है। आढ़ती विजय चौहान ने बताया कि हरियाणा के लाडवा समेत कुछ इलाकों से भी टमाटर नहीं आ रहा है।