हुबेई । एक चीनी व्यक्ति रुपयों की बेहद जरूरतों के लिए एक पेट्रॉल पंप में चोरी करने चला गया। चोरी के बाद उसे समझ आया कि उसने गलती की और फिर उसे पुलिस का डर सताने लगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2009 में चीन के हुबेई प्रांत में स्थित एन्शी शहर के एक गांव में रहने वाला लियु मोफू 30 साल का था, जब उसने अपने रिश्तेदार और अन्य साथी के साथ मिलकर एक पेट्रल पंप लूटने का प्लान बनाया। आमतौर पर पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मी काफी कैश लिए रहते हैं, पर लियु की किस्मत खराब थी कि उन तीनों के हाथ सिर्फ 156 युआन यानी करीब 1800 रुपए लगे।
इन 1800 रुपयों में से करीब 60 युआन (716 रुपये) उन्होंने कुछ ही वक्त में खाने-पीने और जश्न मनाने में खर्च कर दिए। तीनों ने बचे हुए रुपयों को आपस में बांट लिया और प्रत्येक व्यक्ति के पास सिर्फ 32 युआन (382 रुपये) बचे। तीनों एक दूसरे से अलग हो गए और अपने-अपने रास्ते चले गए, परंतु कुछ ही वक्त बाद पुलिस ने लियु के साथी को गिरफ्तार कर लिया। लियु जानता था कि एक साथी के जरिए पुलिस उस तक भी आसानी से पहुंच जाएगी। इसलिए उसे गिरफ्तार होने का डर सताने लगा। वो जेल नहीं जाना चाहता था। इसलिए उसने भागने का फैसला किया।
जेल में जिंदगी बिताने की जगह उसने खुद की जेल बनाकर उसमें कैद होने का निर्णय किया। खुद की जेल से हमारा अर्थ असल की जेल नहीं है, बल्कि, लियु ने तय किया कि वो पुलिस से बचने के लिए एक गुफा में कुछ दिनों के लिए छिप जाएगा। देखते ही देखते दिन गुजरने लगे और शख्स ने 1 से 2 नहीं, पूरे 14 साल उस गुफा में बिता दिए।
लियू अपनी जिंदगी से तंग आकर इस साल की शुरुआत में ही उसने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। विडंबना ये है कि शख्स ने खुद की जेल में 14 साल बिता दिए हैं, पर अब उस पर कोर्ट की कार्यवाही होगी और सजा मिलने पर उसे 3 साल की कैद होगी, वहीं अगर ये साबित हो जाता है कि चोरी में हथियार का इस्तेमाल किया गया था तो उसकी सजा 10 साल कर दी जाएगी।