मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आता जा रहा है, विधानसभा चुनाव में जीत-हार की तस्वीर भले ही स्पष्ट ना हो, परंतु कांग्रेस पार्टी में एक तरफ जहां बगावत की स्थिति के साथ शीर्ष नेतृत्व में कपड़ा फाड़ राजनीति का दौरा सार्वजनिक हो चला है वहीं दूसरी ओर एक और अजीबोगरीब तस्वीर मध्य प्रदेश के कुछ श्मशान घाटों से अज्ञात लोगों के द्वारा पूजा अर्चना करते हुए सामने आ रही है । इस तस्वीर में कुछ ऐसे रहस्यमयी लोग पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के उद्देश्य से चिताओं के बीच तंत्र-मंत्र करते दिखाई दे रहे हैं जिनका राजनीति से दूर-दूर तक नाता नहीं है, लेकिन उज्जैन के साथ प्रदेश के अन्य श्मशान घाटों से प्राप्त जानकारी एवं तस्वीरों के अनुसार राजनीतिक लोगों के द्वारा इस तरह के अनुष्ठान कराए जा रहे हैं । 

कमलनाथ की तस्वीर के साथ तांत्रिक क्रियाओं के भयानक दृश्य 

महाकाल नगरी उज्जैन से सामने आई तस्वीर में उज्जैन शहर से दूर शमशान घाट में चिताओं के बीच उज्जैन के एक तांत्रिक भय्यू महाराज अपने छह साथियों के साथ इस अनुष्ठान की क्रिया को संपन्न कर रहे हैं ।
शराब की बोतल, कपड़े के पुतले, नींबू, मांस के टुकड़े सहित अन्य सामग्री के साथ यह अनुष्ठान 9 दिन तक नवदुर्गा में चलेगा ।
साधक का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए विजय अनुष्ठान किया जा रहा है। बीते चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद भी विधायकों की खरीद फरोख्त हो गई थी, इस बार ऐसा न हो इसलिए पूजन कराया जा रहा है। नवरात्र के पहले दिन इंदौर के विधायक संजय शुक्ला की जीत के लिए भी अनुष्ठान किया गया था।
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन तंत्र साधकों को बड़ा केंद्र है। यहां देश भर से तांत्रिक आकर तंत्र क्रिया करते हैं। फिलहाल नवरात्र चल रहे हैं, ऐसे में तंत्र साधक नौ दिनों तक साधना और अनुष्ठान करने में जुटे हुए हैं। अब यह तो आने वाला समय बताएगा कि तंत्र-मंत्र और अनुष्ठान से सरकार बन पाएगी अथवा नहीं, परंतु इस तरह के दृश्य राजनीति की एक नई दिशा एवं दशा को दर्शा रहे हैं।।

कांग्रेस पार्टी के पास इसके अलावा कुछ नहीं बचा - भारतीय जनता पार्टी 

मध्य प्रदेश के दो से तीन श्मशान घाट से कमलनाथ को सीएम बनाने के उद्देश्य से की जा रही तांत्रिक क्रियाओं की तस्वीरें मीडिया के सामने आने के बाद भाजपा के प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी अथवा नहीं, यह तो जनता को तय करना है। परंतु कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा एवं पार्टी के लोगों के द्वारा जिस तरह से श्मशान घाट के अंदर तांत्रिक अनुष्ठान कराए जा रहे हैं उनसे इतना स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से अंधविश्वास एवं विश्वास के बीच फंस चुकी है।
इस संबंध में पूर्व कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को इस तरह से कार्य नहीं करना चाहिए, जिनका असर सीधे-सीधे सामाजिक स्तर पर विपरीत प्रभाव के रूप में दिखाई देता है।