नई दिल्ली । कांग्रेस के कई शीर्ष कानूनी सलाहकारों ने पार्टी मुख्यालय में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर चर्चा के लिए एक बैठक की। बैठक के बाद फैसला लिया गया कि पार्टी इस मुद्दे पर कोई रुख अपनाने से पहले सरकार के मसौदा प्रस्ताव का इंतजार करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक यूसीसी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद, अभिषेक मनु सिंघवी, विवेक तन्खा, केटीएस तुलसी और एल. हनुमंतैया ने बैठक की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेताओं, जो सभी वरिष्ठ वकील हैं, की बैठक में यूसीसी के मुद्दे पर 90 मिनट से अधिक समय तक चर्चा हुई। सूत्र ने कहा कि बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि पार्टी पहले यूसीसी पर सरकार का मसौदा प्रस्ताव देखेगी और फिर उस पर अपना रुख तय करेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ वकीलों की बैठक मानसून सत्र से पहले हो रही है, जो 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक  चलेगी।
कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत, कानून और न्याय पर राज्यसभा संसदीय स्थायी समिति, जिसकी अध्यक्षता भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी करते हैं, ने 3 जुलाई को अपनी बैठक के दौरान यूसीसी पर चर्चा की।कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर ने समिति से जानना चाहा कि ऐसे समय में यूसीसी पर चर्चा करने के पीछे वास्तविक मंशा क्या है जब अगले कुछ महीनों के दौरान कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसकी संभावना नहीं है कि सरकार मानसून सत्र के दौरान यूसीसी पर विधेयक लाएगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने मध्य प्रदेश में भाजपा बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यूसीसी की वकालत की थी और कहा था कि यूसीसी के नाम पर मुसलमानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा था ‎कि इन दिनों यूसीसी द्वारा लोगों को भड़काया जा रहा है।