नई दिल्ली । तीन मंजिला मकान में बने एक फ्लैट में दो बच्चों की हत्या हो जाती है। बच्चों की मां को बुरी तरह से पीटा जाता है और पड़ोसियों को भनक तक नहीं लगती। स्वजन महिला की सलामती की दुआ कर रहे हैं। चाय की दुकान चलाने वाला श्यामजी शुक्रवार सुबह से ही गायब था। बच्चों की हत्या और महिला पर जानलेवा हमला करने की पुलिस जांच कर किसी नतीजे पर पहुंच पाती, उससे पहले पुलिस को पता चला कि रेलवे पुलिस ने श्यामजी का शव आनंद विहार रेलवे लाइन से बरामद किया है। घरेलू विवाद, आर्थिक तंगी या अन्य किसी कारण से वारदात हुई है, यह पुलिस के लिए सवाल बने हुए हैं। उन सवालों के जवाब महिला और उसके पति के फोन कॉल डिटेल से तलाशे जाएंगे। रेलवे पुलिस को श्यामजी का शव शुक्रवार दोपहर 12 बजे रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। रेलवे पुलिस का कहना है कि जिस तरह से शव मिला, उसे देखकर लग रहा है कि शख्स ने ट्रेन के आगे आकर खुदकुशी की है। शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले। सवाल यह है कि रेलवे पुलिस को 12 बजे अगर श्यामजी का शव मिला तो उससे लग रहा है कि बृहस्पतिवार देर रात को बच्चों की हत्या की और महिला पर जानलेवा हमला किया गया। श्यामजी परिवार के साथ दूसरी मंजिल के फ्लैट में रहता था। पहली और तीसरी मंजिल पर दो परिवार रहते हैं। उन्हें किसी तरह के शोर की आवाज सुनाई नहीं दी। उनका कहना है कि हो सकता है कि रात को जब सब लोग सो रहे थे, तब वारदात हुई हो। शन्नू के शरीर पर जगह-जगह पिटाई के कई घाव हैं। परिवार के सदस्यों को ऐसा लगता है कि शन्नू को बर्बर तरीके से डंडे या फिर बेल्ट से पीटा गया है। महिला की बच्ची आस्था के चेहरे पर भी चोट के घाव हैं। पड़ोसियों का कहना है कि उन्हें शुक्रवार रात से दुर्गंध आ रही थी। उन्हें लगा कि हो सकता है कि कहीं कोई चूहा मर गया है, उसके चलते बदबू आ रही है। उन्होंने सीढ़ियों पर भी देखा, लेकिन कुछ मिला नहीं। शनिवार जब श्यामजी के स्वजन फ्लैट पर आए और गेट खुला, तब वारदात का पता चला। पड़ोसियों ने बताया कि दंपती के बीच पहले कभी झगड़ा होते हुए नहीं देखा। पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता का कहना है कि हत्या की वजह स्पष्ट नहीं है। शुरुआत में पता चला बच्चों का पिता घर से गायब है। बाद में पता चला कि उसका शव रेलवे ट्रैक पर मिला है। तीनों पोस्टमार्टम रविवार को होंगे। श्यामजी ने फरवरी 2023 में लोन पर फ्लैट खरीदा था। इससे पहले वह किराये पर रहता था। श्यामजी की भाभी पिंकी ने बताया कि श्यामजी ने कभी नहीं बताया कि उसने बैंक से कितने का लोन लिया था। आर्थिक स्थिति भी खराब नहीं थी। उसका बेटा नौवीं और बेटी छठी कक्षा में पढ़ रहे थे। वह लोन की किस्त भर पा रहा था या नहीं यह परिवार के बाकी सदस्यों को नहीं बताया। फ्लैट के मुख्य द्वार पर सेंटर लाक लगा है, उसका रिमोट फ्लैट में रहने वाले लोगों के पास रहता है। जिस फ्लैट की घंटी बजाई जाती है, उसमें रहने वाला परिवार खोल देता है। वह शुक्रवार रात को श्यामजी के घर गई थीं, उनके फ्लैट की कई बार घंटी बजाई किसी ने गेट नहीं खोला और वह लौट आई। बृहस्पतिवार को दिन में उसके बड़े भाई भोला के यहां पर माता की पूजा थी, जिसमें श्यामजी की पत्नी शन्नू व उसकी बाकी जेठानियां मौजूद रही थी। शन्नू शामिल हुई थी।