लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल की मेजबानी में आगामी 28 अक्टूबर, शनिवार को इण्टरनेशनल आर्केस्ट्रा का भव्य आयोजन सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सायं 6.00 बजे से किया जा रहा है, जिसमें 27 देशों के 300 से अधिक संगीतज्ञ एक साथ एक छत के नीचे वैश्विक धुनों व संस्कृतियों का अनुपम संगम प्रस्तुत  करेंगे। आज यह सभी संगीतकार एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए और अपनी कला प्रतिभा से प्रेस को अवगत कराया। अब 28 अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय आर्केस्ट्रा ‘कार्मिना बुराना’ की प्रस्तुति में 200 से अधिक गायक व 100 से अधिक संगीतकार जर्मन संगीतकार कार्ल ओर्फ द्वारा रचित गीतों को एकल व समूह गायन के माध्यम से दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। प्रेस कान्फ्रेन्स में उपस्थित इण्टरनेशनल आर्केस्ट्रा ‘कार्मिना बुराना’ की मेजबान सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री निशा पाण्डेय ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय संगीत समारोह इण्डिया नेशनल यूथ आर्केस्ट्रा, फिलहार्मोनिक वियना आर्केस्ट्रा, आस्ट्रिया, एसोसिएटेड बोर्ड ऑफ रायल स्कूल ऑफ म्यूजिक (ए.बी.आर.एस.एम.), लंदन एवं सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है, जो कि भारत-आस्ट्रिया के 75 वर्षीय राजनैतिक सहयोग को नई ऊँचाइयों पर ले जाने में महती भूमिका निभायेगा।
    प्रेस कान्फ्रेन्स को संबोधित करते हुए श्रीमती पाण्डेय ने आगे कहा कि ‘कार्मिना बुराना’ का प्रस्तुतिकरण प्रख्यात संगीतज्ञ विजय उपाध्याय के नेतृत्व में किया जायेगा, जिनमें लगभग 100 वाद्ययंत्रों के साथ सामूहिक गायन प्रस्तुतिया¦ होगी। इसके अलावा, एकल गायन में सुश्री जीनस येगन, सोप्रानो लुइस कार्लोस, हर्नान्डेज ल्यूक, टेनर जुबिन अमीरी एवं बैरिटोन अपनी स्वरलहरियों की छटा बिखेरकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। श्रीमती पाण्डेय ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय संगीत महोत्सव में जिन 27 देशों के कलाकार प्रतिभाग कर रहे हैं, उनमें आस्ट्रिया, अर्जेन्टीना, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्रिटेन, कनाडा, चीन, क्रोएशिया, साइप्रस, ग्रीस, चेक रिपब्लिक, जर्मनी, इजिप्ट, फिनलैंड, हंगरी, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैण्ड, रूस, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, स्पेन, स्विटजरलैण्ड, अमेरिका, वेनेजुएला एवं भारत प्रमुख हैं।
    सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय आर्केस्ट्रा ‘जय जगत’ अर्थात ‘समस्त मानवता का कल्याण हो’ की भावना पर आधारित है। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि इस संगीत समारोह के माध्यम से सी.एम.एस. एकता, शान्ति, सौहार्द व सहयोग की की आवाज को पूरे विश्व में बुलन्द करना चाहते हैं। यह संगीत महोत्सव लघु विश्व की अनूठी झाँकी प्रस्तुत करेगा।