मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की पुणे में अपने भतीजे और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार से गुप्त मुलाकात पर राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि जब दोनों नेता रिश्तेदार हैं, तो उन्हें “गुप्त रूप से” मिलने की क्या जरूरत थी। आज यहां पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि शरद पवार और अजित पवार के बीच ऐसी मुलाकातें लोगों में भ्रम पैदा करती हैं। कांग्रेस, शरद पवार की राकांपा और शिवसेना (यूबीटी) राज्य में विपक्षी महा विकास अघाडी (एमवीए) के घटक हैं। 
शरद पवार और राकांपा के बागी विधायकों के धड़े के प्रमुख अजित पवार ने शनिवार को पुणे में एक व्यवसायी के आवास पर मुलाकात की, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। 
पटोले ने कहा, “शरद पवार और अजीत पवार के बीच ऐसी बैठकों से लोगों में भ्रम फैल गया। अगर रिश्तेदार हैं तो छिप-छिपकर क्यों मिलते हैं? कार की सीट पर मुंह क्यों छिपाते हैं?”
वह अजित पवार के एक कार में व्यवसायी के आवास से बाहर निकलने और शरद पवार से मुलाकात के बाद मीडिया से बचने की कोशिश करने के दृश्यों का जिक्र कर रहे थे। 
पटोले ने कहा, “हमने अपने नेता राहुल गांधी को इन घटनाक्रमों के बारे में सूचित कर दिया है। कांग्रेस आलाकमान भी इन घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखे हुए है। इस मुद्दे पर यहां मुंबई में विपक्षी गुट इंडिया की आगामी बैठक में भी चर्चा की जाएगी।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। पटोले ने कहा, “ठाकरे के साथ मेरी बैठक के दौरान, हमने इस बैठक (पवारों के बीच मुलाकात) पर भी चर्चा की।”
शरद पवार ने सोमवार को कहा कि भतीजे अजित पवार के साथ उनकी मुलाकात को लेकर विपक्षी महा विकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन में कोई भ्रम नहीं है। राकांपा अध्यक्ष ने बारामती में संवाददाताओं से कहा, “एमवीए एकजुट है और हम 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में विपक्षी गुट इंडिया की अगली बैठक सफलतापूर्वक आयोजित करेंगे।”
पटोले ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस ने राज्य सरकार के “भ्रष्टाचार”, किसानों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों और किसानों को पर्याप्त बिजली आपूर्ति नहीं मिलने को उजागर करने के लिए तीन से 17 सितंबर तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में पैदल मार्च का आयोजन किया है।