मुंबई । गुजरात के कच्छ के खावड़ा में  दुनिया का सबसे बड़ा रिन्युएबल एनर्जी पार्क बनाया जा रहा है. 538 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैला अदाणी ग्रुप का एनर्जी पार्क पेरिस से 5 गुना ज्यादा बड़ा है. अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड 30 मेगावाट क्लीन एनर्जी का प्रोडक्शन करने के लिए करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस एनर्जी पार्क का बाहरी छोर पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है.
देश की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड गुजरात में कच्छ के खावड़ा में  स्वच्छ बिजली के उत्पादन के लिए लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी. कंपनी के प्रबंध निदेशक विनीत जैन ने यह जानकारी दी. जैन ने कहा, ‘‘हमने अभी खावड़ा में 2,000 मेगावाट (दो गीगावाट) बिजली क्षमता चालू की है. चालू वित्त वर्ष में यहां चार गीगावाट और उसके बाद हर साल पांच गीगावाट क्षमता जोड़ने की हमारी योजना है.
यहां पर एक हवाई पट्टी भी स्थित है जिसका इस्तेमाल सप्ताह में कुछ बार मुंद्रा या अहमदाबाद से कंपनी अधिकारियों को लाने-ले जाने के लिए किया जाता है.
अत्यधिक खारे पानी वाले इस इलाके में कई तरह की चुनौतियां हैं. मार्च से जून के दौरान धूल भरी आंधियां चलती हैं, संचार एवं परिवहन का कोई बुनियादी ढांचा नहीं है, रहने लायक नजदीकी जगह भी ऊर्जा पार्क से करीब 80 किलोमीटर दूर है. वहीं बरसात के दौरान पानी मिट्टी के नीचे नहीं रिसता और यहां का भूजल भी खारा है.
इन चुनौतियों के बावजूद अदाणी समूह अपनी नवीकरणीय ऊर्जा योजनाओं को लेकर बेहद महत्वाकांक्षी है. इसने वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावाट बिजली के उत्पादन का लक्ष्य रखा है. जैन ने कहा कि खावड़ा उर्जा पार्क अपने शीर्ष स्तर पर 81 अरब यूनिट बिजली का उत्पादन करेगा जो बेल्जियम, चिली और स्विट्जरलैंड जैसे देशों को बिजली देने के लिए पर्याप्त है.
जैन ने कहा कि खावड़ा पार्क में नियोजित 30 गीगावाट क्षमता में 26 गीगावाट सौर ऊर्जा और चार गीगावाट पवन क्षमता की होगी. अडाणी ग्रीन एनर्जी के मौजूदा परिचालन पोर्टफोलियो में 7,393 मेगावाट सौर, 1,401 मेगावाट पवन और 2,140 मेगावाट पवन-सौर हाइब्रिड क्षमता शामिल है.
खावड़ा जमीन का स्वामित्व सरकार के पास है, जिसने इसे अडाणी समूह को 40 साल के पट्टे पर दे दिया है. इस ऊर्जा पार्क का निर्माण 2022 में शुरू हुआ था.