कांग्रेस में मची भाजपा में जाने की भगदड़ से लोकसभा चुनाव में अस्तित्व बचाने का  खतरा
अनूपपुर जिला अध्यक्ष की निष्क्रियता से डूब गई कांग्रेस
इन्ट्रो-अनूपपुर जिले के कांग्रेसियों में हाथ का साथ छोड़कर भाजपा का दुपट्टा गले में डालने की होड़ लगी हुई है। इस होड़ में अब तक कई दर्जन बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में जा चुके हैं तो कई जाने की कतार में खड़े हैं लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेसियों में भाजपा में जाने की मची भगदड़ कहीं ना कहीं कांग्रेस पर इस चुनाव में अस्तित्व बचाने का खतरा मडरा रहा है अगर ऐसा कहा जा रहा है तो गलत नहीं है।
(राम भैय्या)
अनूपपुर।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री के सामने पुष्पराजगढ़ से शुरू हुई कांग्रेसियों की भाजपा में जाने की कवायद अब थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस से निष्कासित कांग्रेस जिला पंचायत सदस्य नर्मदा सिंह ने शुरुआत की और धीरे-धीरे यह कारवां बढ़ता ही जा रहा है। बिजुरी नगर पालिका के तीन पार्षदों के बाद कोतमा नगर पालिका के कांग्रेस के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित कई पार्षद और एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ले ली लेकिन अभी भी यह दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा था रही सही कसर 13 साल तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे जयप्रकाश अग्रवाल ने पूरी कर दी। यही नहीं जैतहरी और चचाई क्षेत्र में कांग्रेस की पहचान बन चुके जितेंद्र सिंह ने भी अपने गले में भाजपा का माला डाल लिया। वैसे सूत्रों की माने तो अब तक तीन दर्जन से ज्यादा कांग्रेस के जिला पदाधिकारी भाजपा में जा चुके हैं तो वही अभी भी कई ऐसे बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में जाने के लिए कतार लगाए खड़े हैं और सही मौके की तलाश में है।
लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को लगा जोरदार झटका
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 12 वर्षों तक लगातार जिला अध्यक्ष रहे और अपने राजनीतिक सूझबूझ के कारण भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश में सरकार होने के बावजूद जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का प्रचम लहराने वाले जयप्रकाश अग्रवाल ने अपने दर्जनों साथियों के साथ उमरिया में आयोजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मौजूदगी में प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल शहडोल संसदीय क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार हिमाद्री सिंह और भाजपा जिला अध्यक्ष रामदास पुरी के सामने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लीस यहां पर सबसे उल्लेखनीय तथ्य है कि इस दौरान अनूपपुर के भाजपा विधायक बिसाहु लाल मौजूद नहीं थे और उनकी गैर मौजूदगी में जयप्रकाश अग्रवाल का भाजपा की सदस्यता लेना इस समय अनूपपुर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। जयप्रकाश अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष जिला कांग्रेस, के साथ शैलेन्द्र सिंह ब्लांक कांग्रेस अध्यक्ष जैतहरी, खेम अग्रवाल महामंत्री जिला कांग्रेस, नर्मदा प्रसाद तिवारी महामंत्री जिला कांग्रेस, नरहरि राठौर महामंत्री जिला कांग्रेस, हीरालाल राठौर ब्लांक अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ जैतहरी, सीताराम राठौर सेक्टर अध्यक्ष धनगवां, फलेश सिंह राठौर पूर्व सेक्टर अध्यक्ष गोरसी, गुलाम रसूल उपाध्यक्ष मण्डलम जैतहरी जितेंद्र राठौर बलबहरा, सुनील कुमार मांझी।
जिला अध्यक्ष की निष्क्रियता ले डूबी कांग्रेस को
वैसे अनूपपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और बीते विधानसभा चुनाव में अनूपपुर विधानसभा से कांग्रेस का चुनाव लड़ रहे रमेश सिंह की निष्क्रियता को कांग्रेस में मची भगदड़ का मुख्य कारण बताया जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस जिला अध्यक्ष के अफसर शाही रवैया को मुख्य कारण बताया था और आरोप लगाया था कि जिला अध्यक्ष का व्यवहार कार्यकर्ताओं के साथ चपरासी जैसा है। फिलहाल यह आरोप प्रत्यारोप का दौर तो चलता ही रहता है लेकिन जिस तरह से जिला कांग्रेस कमेटी के तीन दर्जन से ज्यादा जिला पदाधिकारी ने कांग्रेस को टाटा बाय-बाय बोल दिया है उसको देख कर तो यही लगता है कि कहीं ना कहीं जिला अध्यक्ष की कोई कमी ऐसी है जो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के लिए सम्मानजनक नहीं मानी जाती। फिलहाल यहां बात किसी से छिपी नहीं है कि चुनाव हारने के बाद कांग्रेस जिला अध्यक्ष कभी-कभी जिला मुख्यालय में अब शाम को नजर आते हैं कांग्रेस से जुड़ी गतिविधियों से दूर रहकर वह कांग्रेसियों को एक साथ एक मंच पर कैसे ला सकते हैं यह सवाल तब भी था और आज भी है।