लगातार नुकसान कर रहे हाथियों को वन विभाग व ग्रामीणों के सहयोग से 20 किलोमीटर दूर खदेड़ा  

अनूपपुर- विगत 25 दिनों से अनूपपुर जिले की सीमा में घूम रहे पांच हाथियों के दल को वन विभाग के सहयोग पर ग्रामीणों ने लगभग 20 किलोमीटर दूर तक लखनपुर के जंगल से दो मुहानी के जंगल तक खदेड़ने,भगाने में सफलता प्राप्त की है जिसमें 4 हाथी का समूह है वही एक हाथी ठेही गांव के नजदीक जंगल में ठहरा हुआ है जिसे भी देर शाम ग्रामीणों द्वारा उसके समूह के नजदीक खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं विगत रात हाथियों के समूह ने तीन ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया वहीं खेत एवं बाड़ियों मी लगे गन्ना,कटहल,केला की फसलों को आहार बनाते हुए खेतों में लगी धान की फसल को खाते एवं चरते हुए आगे बढ़े हैं जिन्हें खदेड़ कर आगे की ओर ले जाने में ग्रामीण निरंतर सहयोग देते आ रहे हैं। गांव एवं जंगल के किनारे रह रहे अलग-अलग कच्चे,पक्के घरों को अपना निशाना बनाकर नुकसान कर रहे हैं अब तक लगभग 2 दर्जन से अधिक कच्चे मकानों एवं पक्के मकानों को नुकसान पहुँचा चुके है।  फसलों को भी नुकसान पहुँचाया गया हैं।   निरंतर कई दिनों से हाथियों के विचरण से दर्जनों गांव में हाथियों का आतंक होने पर ग्रामीण डरे एवं भयभीत स्थिति में रहे सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों,वन विभाग की टीम के साथ तीन चार सौ की संख्या में सम्मिलित ग्रामीणों द्वारा हाथियों के समूह को अपने इलाके से बाहर भगाने हेतु हो-हल्ला, मशाल, पटाखा, टॉर्च एवं अन्य माध्यमों से पूरी रात भगाते रहे जो सुबह बैहार के चरकी घाट में पहुंचे वहां से भगाए जाने पर हाथी दो समूह में बट गए जिसमें 4 हाथी जैतहरी-राजेंद्र ग्राम मुख्य मार्ग को पार करके पक्कूपानी, छीरपानी,ठोडीपानी,गट्टाटोला होते हुए दोमुहानी के जंगल की और जा रहे हैं हाथियों के एक सदस्य ग्राम पंचायत गौरेला के ठेही गांव के नजदीक नाला एवं प्राकृतिक स्थल आरदा के समीप निरंतर प्रयास के बाद भी खड़ा रहा है जिसे भी देर शाम उनके समूह के नजदीक ले जाने हेतु भगाने का प्रयास किया जा रहा है हाथियों के काफी दूर चले जाने से 15 दिनों से प्रभावित ग्रामीणों एवं उनके परिवार ने राहत की सांस ली है