परिश्रम और परिश्रम सफलता का एक ही महामंत्र-कमिश्नर
विद्यार्थी बड़ा सपना देखें, परिश्रम करें और लक्ष्य हासिल करें-कमिश्नर
अनूपपुर। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा ने कहा है कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ा परिश्रम करना आवश्यक है। विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित कर लक्ष्य को हासिल करने सतत परिश्रम करें। उन्हें सफलता अवश्य ही मिलेगी। कमिश्नर ने कहा कि परिश्रम और परिश्रम सफलता का महामंत्र है, इसे सभी विद्यार्थी अंगीकार करें और लक्ष्य की ओर आगे बढ़े। कमिष्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा शुक्रवार को एनसीसी कैडेट ट्रैकिंग कैंप अमरकंटक में कैडेट्स को संबोधित कर रहे थे। कमिश्नर ने कहा कि विद्यार्थियों को बड़ा से बड़ा सपना देखना चाहिए और स्वयं पर भरोसा रख कर आगे बढ़ना चाहिए और सफलता हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कभी घबराना नहीं चाहिए ना ही निराश होना चाहिए। कमिश्नर ने कहा कि अमरकंटक पवित्र भूमि है यह मुनि भृगु, च्ववन ऋषि की तपस्या स्थली है, यह प्राचीन महर्षिओं और ऋषियों की तपो भूमि है। उन्होंने कहा कि बांधवगढ़ में संत कबीर ने लंबा समय बिताया अमरकंटक के कबीर चैराहे में भारत के महान संत कबीर और गुरु नानक जी की भेंट हुई थी। कमिश्नर ने कहा कि भारत कोई साधारण देश नहीं है यह संपूर्ण मानवता की श्रेष्ठतम मूल्य की आश्रय स्थली है जब यूरोप ने आंखें नहीं खोली तब हमारे ऋषि-मुनियों ने यहां वेदों की रचना कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम इसलिए सौभाग्यशाली हैं क्योंकि भारत एक सुंदर फुलवारी है। भारत में हर प्रकार का फूल खिलता है हमारी विविधता हमारी ताकत है। यह देश किसी नफरत और संकीर्णता से नहीं बना विश्व में जहां भी लोगों को सताया गया उन्हें हमने शरण दी हम सौभाग्यशाली है हमारे यहां मौसम में भी विविधता है। उन्होंने कहा कि भारत में वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप जैसे पराक्रमी पुरूष पैदा हुए है। इस अवसर पर एनसीसी टे्रªकिंग कैंप अमरकंटक के संयोजक कर्नल दिनेश चैहान ने कहा कि  एनसीसी केडेटो के लिये अमरकंटक के सुंरम्यवादियों में  ट्रेकिंग कैम्प रखा गया है, 21 मई से प्रारंभ यह ट्रेकिंग कैम्प 28 मई को समाप्त होगा। एनसीसी  ट्रेकिंग कैम्प में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ के केडेट्स शामिल हुए है। इस अवसर पर  कैडेट्स ने  रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।