अनूपपुर : 68 रुपए कीमत वाली आरएफ किट 4156 रुपए मे खरीदी गई स्वास्थ्य विभाग के साथ कई अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज

@रिपोर्ट - मो अनीश तिगाला 


अनूपपुर / जिले मे स्वास्थ्य के लिए खरीदे जाने वाले उपकरण में  जमकर फर्जी बड़ा  किया गया और अधिकारी व डॉक्टरो ने जनता के स्वास्थ्य सुविधाओं के पैसे का जबरदस्त बंदर बाट किया | मरीजों के लिए 10999 रुपए में मिलने वाले जंबो साइज के ऑक्सीजन सिलेंडर को 16900 रुपए में और 68 रुपए कीमत वाली आरएफ किट 4156 रुपए में खरीदी गई है। यहां 14 उपकरणों की खरीदी मप्र पब्लिक हेल्थ कार्पोरेशन ने अप्रूव्ड रेट से कई गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी।

यह खुलासा अनूपपुर में साल 2019 से 2022 के बीच खरीदे गए उपकरणों की जांच में हुआ है। मामले की जांच आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने की थी। EOW ने जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन CMHO, एडीएम के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही सप्लाई करने वाली 3 फर्म के 5 संचालकों के खिलाफ FIR की है। ये सभी भोपाल निवासी हैं।

करोड़ के बजट से 778 उपकरण खरीदी

EOW की जांच रिपोर्ट के मुताबिक अनूपपुर जिला अस्पताल और दूसरी स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने उपकरणों की खरीदी की गई। इसके लिए प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत 7 करोड़ 11 लाख रुपए से ज्यादा का बजट दिया था। जिसकी खरीदी तत्कालीन CMHO डॉ. बीडी सोनवानी, सिविल सर्जन डॉ. एसआर परस्ते और ADM बीडी सिंह ने की।

778 प्रकार के उपकरणों की खरीदी के ऑर्डर भोपाल के गौतम नगर में रहने वाली एक फैमिली की 3 फर्मों को दिया गया। वहीं, एक उपकरण की खरीदी कटनी की फर्म से की गई। जिसमें मप्र पब्लिक हेल्थ कार्पोरेशन भोपाल के अप्रूव्ड रेट को दरकिनार किया गया, और 61 गुना महंगी दर पर मशीनों की खरीदी की उपकरण खरीदी के इस मामले में 33 लाख रुपए से ज्यादा फायदा संबंधित फर्मों को हुआ है। रीवा EOW ने की थी जांच, 13 को बनाया आरोपी

नवंबर 2019 में अनुपपुर जिला स्वास्थ्य विभाग ने खरीदी टेंडर जारी किए थे। टेंडर 5 लोगों ने डाले थे। चार की निविदाएं खोली नहीं गई और एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाया गया। करीब 7 करोड़ के इस टेंडर में 5 करोड़ का भुगतान कर भी दिया गया। इसके बाद दिसंबर 2020 में आर्थिक अपराध शाखा भोपाल में इस मामले की शिकायत हुई। जांच के बाद मार्च 2021 में रीवा EOW में जीरो पर केस रजिस्टर्ड किया गया था।

जांच के लिए रीवा आर्थिक अपराध शाखा को अधिकृत किया गया था। 3 अगस्त 2023 को अनूपपुर सीएमएचओ दफ्तर में टीम पहुंची थी। तब वहां तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. बीडी सोनवानी मौजूद थे। टीम के सदस्यों ने उनकी मौजूदगी में फर्जीवाड़े से जुड़े दस्तावेजों को जब्त किया था। इस कार्रवाई को आशीष मिश्रा सब इंस्पेक्टर, घनश्याम त्रिपाठी हेड कांस्टेबल के नेतृत्व में टीम ने अंजाम दिया था। चार साल तक चली लंबी जांच के बाद भोपाल EOW ने इस मामले में 27 मार्च 2024 को असल कायमी करते हुए 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है | 


आरोपियों में शामिल तत्कालीन ADM अब दिवंगत हुए

आरोपियों में शामिल अनूपपुर के तत्कालीन ADM बीडी सिंह का नाम भी शामिल हैं। तब वे क्रय समिति के अध्यक्ष थे। जांच के दौरान उनकी मृत्यु हो चुकी है, लेकिन FIR में उनका नाम है। वहीं, अन्य आरोपियों के खिलाफ 420, 409, 120 बी, भादवि एवं 13 (1) ए, 13(2) व.नि.अ. 1988 संशोधन अधिनियम 2018 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। पात्र फर्मों को साजिशन टेंडरिंग से बाहर किया | 

ईओडब्ल्यू की अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत स्वीकृत बजट से खरीदी के लिए बनी तत्कालीन एडीएम बीडी सिंह की अध्यक्षता वाली समिति में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. बीडी सोनवानी बतौर सदस्य शामिल थे। पात्र दवा सप्लाई फर्म को टेंडरिंग से बाहर करने की साजिश CMHO रहे डॉ. सोनवानी ने की थी। इसके लिए CMHO, सिविल सर्जन और दवा स्टोर के स्टोर कीपर और अकाउंटेंट ने टेंडरिंग में उपकरणों की बिक्री के ऑफर्ड रेट की डेटा टेबल ही नहीं बनवाई थी। इतना ही नहीं टेंडरिंग के दौरान जिन फर्म के रेट सबसे ज्यादा अधिक थे, उस फर्म को पात्र करने के लिए कम रेट ऑफर करने वाले दवा

पिता-पुत्र और बहुओं की 3 फर्म ने सप्लाई किए 13 उपकरण

ईओडब्ल्यू की जांच में खुलासा हुआ कि मेसर्स सिन्को इंडिया लिमिटेड इंदौर, मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड और अनुसेल्स कार्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड से 13 प्रकार के उपकरणों की खरीदी की गई। तीनों ही फर्म के संचालक भोपाल के गौतम नगर में रहते हैं। साथ ही फर्म के संचालकों का आपस में रिश्ता पिता-पुत्र और पुत्रवधु (बहू) का है।


*इन 13 को बनाया गया आरोपी*

1.

डॉ. बीडी सोनवानी, तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अनूपपुर

2. रामखेलावन पटेल, तत्कालीन स्टोर कीपर, कार्यालय CMHO, अनुपपुर

3. महेश कुमार दीक्षित, तत्कालीन लेखापाल कार्यालय / CMHO जिला अनूपपुर

5. डॉ. एसआर परस्ते, तत्कालीन सिविल सर्जन / अनूपपुर मप्र एवं अध्यक्ष क्रय समिति जिला चिकित्सालय, अनूपपुर

6. डॉ. बीपी शुक्ला मेडिकल विशेषज्ञ एवं बीएमओ / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जैतहरी जिला अनूपपुर एवं, सदस्य क्रय समिति, अनुपपुर

7. डॉ. डीके कोरी, निश्चेतना विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय/अनूपपुर एवं सदस्य क्रय समिति, अनुपपुर

7. डॉ. डीके कोरी, निश्चेतना विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय/ अनूपपुर एवं सदस्य क्रय समिति, अनुपपुर

8. डॉ. मोहन सिंह, श्याम मेडिकल एवं सदस्य क्रय समिति,


9. सुनैना तिवारी, डायरेक्टर मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल्स प्राइवेट, गौतम नगर भोपाल

10. जितेंद्र तिवारी, डायरेक्टर मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड, गौतम नगर भोपाल

11. अनुजा तिवारी, गौतम नगर, भोपाल

12. शैलेंद्र तिवारी, गौतम नगर, भोपाल

13. महेश बाबू शर्मा, गौतम नगर, भोपाल