उपयंत्री बने ठेकेदार अंशुल अग्रवाल,सरपंच पति ओढेरा के आगे सभी जिम्मेदार हुए बौने साबित,अंशुल अग्रवाल का कार्यकाल ठेकेदारी का 
अनूपपुर - जनपद पंचायत  जैतहरी इन दिनों भृष्टाचार की खदान बन चुका है एक तरफ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ट भृष्टाचार पर रोक लगाने की जद्दोजहद करने में लगे है वही दूसरी तरफ जनपद जैतहरी भृष्टाचारियों के सामने पूरी तरह घुटने टेक चुकी है जनपद में मनरेगा की जिम्मेदारी एपीओ अरविंद सिंह के कंधों पर है और पंचायतों में कार्य की गुणवत्ता,व सही एवं नियमतः कार्य हो इसकी जिम्मेदारी उपयंत्रीयों के कंधे पर है और इन सब कें उपर जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बीएन मिश्रा है जिनके कंधों पर पूरे जनपद की जिम्मेदारी है जनपद के सूत्रों की माने तो इन सभी का अपना कमीशन फिक्स है अगर काम करना है तो फिक्स कमीशन समय समय पर पहुंच जाना चाहिए और इन सब के ऊपर जनपद जैतहरी के उपयंत्री अंशुल अग्रवाल का एक छत्र अपना राज अलग चलता है और अंशुल अग्रवाल की कहानी तो यह है कि जिस जिस जनपद में रहे और जिन पंचायतों की जिम्मेदारी इनको सौंपी गई ये महाशय उपयंत्री का काम छोड़ पर्दे के पीछे से स्वयं ठेकेदारी करने लगते है और ऐसा ही हाल इन दिनों ओढेरा ग्राम पंचायत का है जहां इन महाशय को जब से जिम्मेदारी मिली है लागातर ठेकेदारी करने में आमादा है ग्राम पंचायत ओढेरा में पंचायत से किरर की तरफ ग्रेवल मार्ग भाग तीन स्वीकृत हुआ तो अंशुल अग्रवाल ने पंचायत के सरपंच पति जयलाल कोल के साथ सांठगांठ कर ग्रेवल मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया पर भृष्टाचार के आदि हो चुके उपयंत्री अंशुल अग्रवाल ने पर्दे के पीछे खड़े हो कर यहां ठेकेदारी प्रथा शुरू कर दी लागातर खबरें छपने के बाद भी जिला पंचायत से लेकर जनपद तक के जिम्मेदार अंशुल को भृष्टाचार करने की मौन स्वीकृति दिए हुए है,केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना मनरेगा का उद्देश्य था कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को रोजगार मुहैया कराते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे पलायन को रोका जा सके और  लोगों को अपने ही गांव में रोजगार मिल सके पर यहाँ निर्माण हो रही ग्रेवल सड़क में सरपंच पति जयलाल कोल,उपयंत्री अंशुल अग्रवाल ने पूरी की मशीनरी उतार दी है और आज दिनांक तक लगभग सड़क पूर्णता की ओर है एक भी मजदूर काम करता नही दिखाई दिया महज सरपंच पति के कुछ चहेते लोग जिनके ट्रैक्टर,जेसीबी,लेबलर लगे  वही दिखाई देंगे और तो और यहाँ के उपयंत्री अंशुल अग्रवाल की मौजूदगी में बाकायदा मशीन से सड़क निर्माण किया जा रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मनरेगा में जो साठ चालीस का रेसियों है उसमें जो चालीस प्रतिशत भुगतान मजदूरी का होना है उसकी व्यवस्था स्वरूप सरपंच पति के लोग है जिनके नाम पर मजदूरी भुगतान किया जायेगा बाद में उसी पैसे का बंदरबांट किया जायेगा एक तरफ सरकार खजाने की लूट दूसरी तरफ मजदूरों के रोजगार पर डाका निश्चित तौर पर मामला गंभीर है और ऐसे उपयंत्री को तो तत्काल प्रभाव से ऑफिस अटैच कर देना चाहिए चूंकि जिसका पूरा कार्यकाल ही उपयंत्री कम बतौर ठेकेदार जाना जाता हो उससे भला आप भृष्टाचार के अलावा उम्मीद भी क्या कर सकते है,कल जब सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा था तब अंशुल अग्रवाल की मौजूदगी कार्यस्थल पर बताई गई और अगर उपयंत्री की मौजूदगी में मशीनरी से ग्रेवल मार्ग का निर्माण कार्य हो रहा है तो इसका मतलब अपने आप मे साफ हो जाता  है कि इन साहब की मंशा क्या है,सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक जिले के कलेक्टर आशीष वसिष्ठ ने इस पूरे सड़क निर्माण में मजदूरों की जगज मशीनरी के उपयोग को गंभीर मामला मानते हुए संज्ञान लिया है सूत्रों की माने तो कलेक्टर इस पूरे मामले की जांच के लिए स्वयं एक टीम गठित कर जांच करने को आदेश कर सकते है,पंचायत भवन से कढ़ेवा पहुंच सुदूर ग्राम सड़क ग्रेवल मार्ग भाग 3 जिसका निर्माण कार्य तो शुरू कर दिया गया पर कार्य से सम्बंधित किसी प्रकार का बोर्ड नही लगाया गया कि आखिर कार सड़क कितने की स्वीकृत है कब तक पूर्ण होना है सम्बंधित सड़क की जानकारी बाकायदा बोर्ड लगा कर प्रदर्शित होनी चाहिए थी पर इसको भी छुपाने के पीछे की वजह समझ से परे है

इनका कहना है
ग्राम पंचायत ओढेरा में हो रहे सड़क निर्माण में मजदूरों की जगह मशीनारिओ का प्रयोग की  शिकायत आपके माध्यम से मिली है इस पूरे मामले में कमेटी बना कर जांच कराई जा रही है जांच के बाद जो तथ्य आएंगे वैसे कार्रवाई की जाएगी एवं जांच पूर्ण होने तक सभी भुगतानों पर रोक है
वीरेंद्रमणी मिश्रा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी