एक माह से विचरण कर रहा नर हाथी जंगल से निकलकर गोबरी में केसर के पीछे पहुंचा,रात में कहां करेगा विचारण यह रात होने पर चलेगा पता,वन अमला लगा निगरानी में-रिपोर्ट @ शशिधर अग्रवाल अनूपपुर
अनूपपुर /  जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर तहसील एवं रेंज अंतर्गत विभिन्न जंगलों के साथ कई दिनों से गोबरी के जंगल में अपना अस्थाई घर बनाकर दिन में विश्राम कर रहा दो दांत वाला एक नर हाथी रविवार की शाम गोवरी के जंगल से निकाल कर जैतहरी-राजेंद्रगाम मुख्यमार्ग के मध्य ठाकुरबाबा के पास से विचरण करता हुआ जयप्रकाश अग्रवाल के क्रेशर के पीछे पहुंच गया है जो देर रात किस ओर विचरण करते हुए ग्रामीणों के खेतों में लगी विभिन्न प्रकार की फसलों को अपना आहार बनाएगा यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा यह नर हाथी अपने एक सदस्य नर हाथी के साथ विचरण कर रहा था जिसमें से एक छोटा नर हाथी की एक फरवरी को कांसा गांव में करंट लगने से मौत हो गई रही इसके बाद यह अकेले बचा नर हाथी डरा,सहमा सा अकेले विचरण कर रहा है रविवार के तीन दिन पूर्व यह तिफान नदी के किनारे जैतहरी एवं गोबरी,ठेंगरहा,बांका,पगना आदि गांव में रात-रात भर विचरण करता हुआ सुबह होते ही गोबरी बीट के कक्ष क्रमांक आर,एफ,302 झुरही तालाब ठेंगरहा के जंगल में बनाए अपने अस्थाई घर पर पूरे दिन विश्राम करता है इस नर हाथी पर अनूपपुर एवं जैतहरी वन परिक्षेत्र के वन अधिकारी-कर्मचारी निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं तथा ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने,गांव से बाहर या जंगल के किनारे अलग-थलग घर बना कर रह रहे ग्रामीणों को अंधेला होने के पूर्व सुरक्षित स्थान पर परिवार के साथ रहने,हाथी के साथ किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं करने जैसी हिदायतें दी जा रही हैं।