कांग्रेस की यूथ विंग का जोश देख युवाओं को साधने में भारतीय जनता पार्टी को आ रहा पसीना

 

विधानसभा अनूपपुर में स्थापित औद्योगिक संस्थानों में रोजगार के बहुतायत अवसर होने के बाद भी बेरोजगार युवाओं के हाथों में रोजगार देने की पहल भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मंत्री बिसाहू लाल सिंह के द्वारा नहीं की गई अब यह आवाज युवा बुलंद करने लगे हैं वहीं कांग्रेस की यूथ विंग के जोश के साथ जुड़ती युवाओं की फौज को देखकर भारतीय जनता पार्टी को युवा वर्ग को साधने में इस हाल की ठंड में भी पसीना छूटने लगा है,भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा अंतिम समय में युवाओं को लुभाने के लिए शुरू की गई सीखो कमाओ योजना भी यहां कारगर साबित नहीं हुई।


अनूपपुर 
चुनाव प्रचार के गति पकड़ते ही युवाओं को काम करने की जिम्मेदारी सौंपने के दौर में फिलहाल भाजपा विधानसभा अनुपपुर में कमजोर दिखाई पड़ रही है,जहां रोजगार की गूंज युवाओं द्वारा की जाने लगी है,जिसमे एस ई सी एल अंतर्गत कार्यरत कम्पनियों में हो या ताप विद्युत गृह चचाई  और मोजर बेयर पॉवर प्लांट जैतहरी में रोजगार के अवसर होने के बाबजूद जब भी बेरोजगार युवाओं ने पार्टी के नेताओं से काम लगवाने को कहा या काम मे लगे लोगों के होते शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने की बात कही गई तो अनसुना किया गया जिसकी बात आज चुनाव के समय हो रही है,वहीं इस मामले में युवा कांग्रेस के रमेश सिंह को अपना साथी उन्हें इस लिये मान रहे हैं क्योंकि रामपुर में खुली कयोला खदान में युवाओं को रोजगार देने की लड़ाई में वह सहभागी हुये तो वहीं ताप विद्युत गृह चचाई में सिलेंडर की आग से झुलसे मृत युवाओं के परिजनों को उनका हक दिलाने का काम किया,
शायद इसीलिये युवा कांग्रेस के साथ अपना भविष्य देख रहा है,फिलहाल आगे समीकरण क्या बनते हैं देखने योग्य होगा।

युवाओं ने दिया नारा भीख नही अधिकार मांगते

कहते हैं चुनाव भी एक ऐसा वक्त होता है जब व्यक्ति अपनी बात रखता है और विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर के युवा शायद इस इंतजार में थे की चुनाव आने के दौरान वह अपने रोजगार न उपलब्ध कराने की बात सीधे सत्ताधारी दल से कहेंगे युवाओं ने यहां नारा दिया की भीख नहीं अधिकार मांगते हम। युवाओं का कहना है कि जिस भी क्षेत्र में उद्योग धंधे संचालित हैं वहां पर
स्थानीय स्तर पर 60 प्रतिशत युवाओं को नीतिगत तरीके से रोजगार दिया जाना चाहिए लेकिन अनूपपुर विधानसभा अंतर्गत संचालित उद्योग धंधों में रोजगार नहीं मिल पा रहा है और इसके लिए जिन्हें प्रयास करना चाहिए वह अपनी मस्ती में रहे और आज साथ मांग रहे ऐसे में युवाओं का रुख बदला दिखाई पड़ रहा है जो भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
क्यों फ्लाप साबित हो रही सीखो कमाओ योजना

प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी को रोजगार से जोड़ने के लिये भाजपा सरकार ने अपने 18 वर्षों के अंतिम कार्यालय के दौर में युवाओं का रुझान अपनी ओर करने के लिये नियम व शर्तों के साथ सीखो कमाओ योजना प्रारंभ की लेकिन इसमें युवाओं ने देखा कि उनका भविष्य नही संवरने वाला क्योंकि जिस उम्र में 8 घण्टे कहीं काम कर 8 हजार कमायेंगे वह उम्र उनके जीवन का अमूल्य क्षण है,और यह समय उनके लिये अति महत्व पूर्ण है,कौशल पूर्ण शिक्षा के साथ रोजगार दिये जाने के भाजपा सरकार ने प्रयास नही किये ऐसे में इस योजना के सहारे भारतीय जनता पार्टी को युवाओं का साथ नहीं मिल रहा है । खासतौर से अनूपपुर विधानसभा में क्योंकि यहां पर अवसर होने के बाद भी युवाओं को रोजगार से नहीं जोड़ा गया।

प्रत्याशी के साथ भाजपा की बढ़ी उलझने

विधानसभा अनूपपुर में युवाओं की इस आवाज ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विशाल लाल सिंह के साथ संगठन की भी उलझने बढ़ा दी है क्योंकि संगठन यह मानता रहा है कि युवा उसके साथ में है लेकिन जब चुनाव के दौर में निकले तो सवाल जवाब शुरू हो गए इसके पीछे की वजह है कि भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के द्वारा युवाओं के बीच में काम नहीं किया गया जिसकी वजह से अब नव युवा उनसे दूर हो रहा है, वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रमेश सिंह की बात करें तो उन्होंने सोच समझ के साथ राजनीति में कदम रखते ही युवाओं को लेकर चलना शुरू किया और हर क्षेत्र में युवाओं के साथ वह डटे रहे परिणामः आज उन्हें युवाओं का साथ मिल रहा है जो कहीं न कहीं उनको एक ताकत और ऊर्जा भी प्रदान कर रहा है।