कोतमा के  बनिया  टोला में चोरी के कोयले से धधक रहे अवैध ईट भट्ठे

@रिपोर्ट - मो अनीश  तिगाला 
 


राजस्व एवं खनिज  विभाग की साठगांठ से संचालित है अवैध ईट भट्टे, स्थानीय पुलिस प्रशासन भी मौन


कोतमा - कोयलांचल क्षेत्र में अवैध ईंट-भट्टों का अवैध कारोबार कई वर्षो से संचालित हो रहा और प्रशासन की सह पर अवैध ईंट भट्ठे धधक रहे हैं ,मुख्य सड़क मार्गों के अगल बगल व रहवासी इलाकों में अवैध ईट भट्ठे चल रहे हैं ,राजस्व व खनिज  विभाग की साठगांठ से  अवैध रूप से उत्खनन कर ईट भट्टों  सज रहा है कोतमा के  बनिया  टोला व क्षेत्र में कई स्थानों पर  अवैध ईंट भट्टों का कारोबार बेखौफ जारी हैं।अवैध रूप से संचालित ईंट भट्टों को पकाने के लिए रेल के  डिब्बो से कोयला चोरी  कर  अवैध कोयले का भी चोरी भारी मात्रा में ईट भाट्टो  के संचालकों एवं काले हीरे के कला कारोबारियों से गठजोड़ भी समय-समय पर देखने को मिला है रेल  गाड़ियों से चोरी कर ईट भट्टों पर लाकर एकत्रित किया जाता है और फिर कोयले की चोरी से ईट भट्टे पकाए जाते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार   कोतमा नगर  पालिका अंतर्गत वार्ड क्र. 07 बनिया टोला कोतमा खसरा क्र. 425/1 एवम 425/2 के अंश भाग पर अवैध कोयले की आंच से अवैध ईंट भट्टे  धधक रहे 

यहाँ आदिवासियों के भोलेपन का लाभ उठाते हुए रामेश्वर भरिया की भूमि खसरा क्र 425/2 के अंश भाग पर कब्जा करने की गंदी नियत से ईंट भट्टा लगाया गया है । जो कि राजस्व विभाग के लिए जांच का विषय है रहवासियो राजस्व विभाग संज्ञान में लेते हुए उक्त आदिवासी की भूमि की जांच करवा भूमि को रिक्त कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करें 


पर्यावरण को हो रहा नुकसान-


ईंट भट्टा लगाने के लिए पहले पर्यावरण विभाग से अनुमति लेकर खनिज विभाग में आवेदन देना होता है। यहां से अनुमति मिलने के बाद बताए गए स्थान पर ईंट-भट्टा लगाया जाता है। जानकारी के अनुसार कोतमा के  बनिया  टोला लगाए  गए  ईट  भट्टे  मे कोई अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई है इसके बावजूद  धड़ल्ले से ईंट भट्टा का संचालन हो रहा है। दूसरी ओर ईंट भट्टों के कारण निकलने वाला जहरीला धुआं लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रहा है। जिससे आम नागरिक खासे परेशान है। कोतमा के  बनिया  टोला मे रिहायसी क्षेत्र में ईंट भट्टों का संचालन लंबे समय से जारी है जो पर्यावरण के साथ साथ लोगों के स्वास्थ्य के लिए घातक है।