एसईसीएल प्रबंधन बैरिहा गांव के ग्रामीणों के समस्याओं का करे जल्द निरा कारण नही तो होगा उग्र आंदोलन - अखिलेश त्रिपाठी

अनूपपुर -  एस.ई.सी.एल. प्रबंधन द्वारा ग्राम बैरिहा की समस्या का अनदेखी किये जाने से ग्रामीणों में व्यापक असंतोष बना हुआ है और ग्रामीण कृषक आन्दोलन का रास्ता शीघ्र ही अपनायेंगे।
उक्ताशय की जानकारी कृषक एवं सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश त्रिपाठी ने अपने विज्ञप्ति में कहाकि - रामपुर बटुरा खुली खदान में कोयला उत्पादन चरम गति से हो रहा है, वहीं ग्राम बैरिहा  तरफ हतोत्साहित किसानों के सब्र का बांध समस्या के समाधान के अभाव में टूट रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा पंचायत के सरपंच एवम गांव के वरिष्ट नागरिक श्री निवास त्रिपाठी कमल कुमार केवट अथवा ग्राम बैरिहा के कई लोग कलेक्टर महोदय एवम कमिस्नार महोदय को ज्ञापन दिए है 
*हैवी ब्लास्टिंग से घरों मकानों शासकीय बिल्डिंग में पड़ी दरार*
बैरिया ग्राम के ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन हैवी ब्लास्टिंग के कारण गांव में प्रदूषण स्तर काफी बढ़ता जा रहा है एवं घरों मकानों में दरार पड़ रही है जिसको लेकर ग्रामीण काफी चिंतित हैं वहीं कई ग्रामीणों के मकान भी गिर गए हैं रहने की कोई व्यवस्था नहीं है आगे की बारिश का मौसम आ रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंच एवं सचिव को जानकारी दी है
*मवेशियों की बीमारी से हो रही मौत*
ग्राम बैरिया के ग्रामीणों का कहना है कि कोयले का दर्शन एवं हैवी ब्लास्टिंग का जो जस्ट आता है वह पूरे गांव में जितने भी तरह फैल जाता है एवं जब मवेशी उस चारा को चाहते हैं तो बीमार पड़ जाते हैं बीमार होने के बाद वहां कुछ दिन में उनकी मृत्यु हो जाती है जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी जा रही है
*पीने का पानी नहीं है नसीब*
ग्राम बैरिया के ग्रामीणों का कहना है कि पहले हमारे गांव में कुआं भंवर इत्यादि में पानी रहता था लेकिन जब से एसईसीएल चालू हुई है हैवी ब्लास्टिंग हो रही है हमारे बंबोर का पानी काफी नीचे चला गया है जिससे हम लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है हम लोग नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर है


कृषक एवं सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश त्रिपाठी ने कहाकि इन दिनों कोयले को लेकर तेजी लाई गई है वहीं दूसरी तरफ  बैरिहा किसानों नौजवानों एवं मजदूरों को कुछ नहीं दिया गया है उन्हें यही दिया गया है कि आप एसईसीएल का जस्ट और धूल खाते रहिए और मौत के मुंह में समाते रहिए एसईसीएल द्वारा ग्राम बैरिया का ना तो आज तक माना किया गया ना ही कुछ जबकि यहां तक सवेरिया साहब को कई बार फोन किया गया की हैवी ब्लास्टिंग के कारण गांव के ग्रामीण काफी परेशान हैं एवं डस्ट से परेशान है आप इस विषय में बैठ के लिए लेकिन आज दिनांक तक ना तो सवेरिया साहब आए ना तो एसईसीएल का कोई अधिकारी