चिंतन-मनन...क्रियान्वयन
अगर कमलनाथ भाजपा में शामिल होते है तो कद विहीन राजनेता हो जायेंगे @भाष्कर राव रोकड़े 
प्रतिष्ठित व्यक्ति का व्यक्तित्व कालजयी होता है। क्षेत्र-विशेष में प्रतिष्ठा प्राप्त व्यक्ति हर-पल अपने कार्यो व निर्णयों से जीवनादर्श स्थापित करता है। ऐसे व्यक्ति का व्यक्तित्व अनुसरणीय व काम करने का तरीका अनुकरणीय होता है।..लेकिन ऐसा व्यक्ति अपने जीवनकाल में एक निर्णय भी गलत ले लेता है,तो उसी के द्वारा स्थापित जीवनादर्श अनुसरणीय नहीँ रह पाता तथा उपलब्धियां भी उल्लेखनीय नही रह पाती।  मप्र ही नही बल्कि सम्पूर्ण देश मे राजनीति के क्षेत्र में अनुपमेय कद को प्राप्त  कमलनाथ यदि उम्र के चौथे पड़ाव में भाजपा में जाने का निर्णय लेते है, तो कद-विहीन राजनेता बन जायेंगे। उनके कार्यो व छिंदवाड़ा की गरिमामयी उपलब्धियों पर पर्दा डाल दिया जायेगा। छिंदवाड़ा की तो अपूर्णीय क्षति होगी तथा मप्र में कांग्रेस को अनुसरणीय आदर्श के अभाव में कार्यकर्ताओ को जोड़े रखने में कठिनाई आयेगी। राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मंचो पर जो उपलब्धियां श्री नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस के खाते में दर्ज है। उनका उल्लेख करने से भी दोनों पार्टियां बचेंगी। जो कि भविष्य में उज्जवलता की ओर अग्रसर पथ के लिए घातक व बाधक साबित होगा।..क्योकि मीनार बिना आधार स्थापित नहीं हो पाती।  इतिहास गवाह है क्षेत्र-विशेष में अप्रतिम कार्यो से प्रतिष्ठा प्राप्त हस्तियों ने उम्र के चौथे पड़ाव में गलत निर्णय लेकर अपने जीवनादर्श को कालजयी नही बनने दिया। श्री नाथ से आग्रह है कि वे स्वरचित जीवनादर्श को आकार देकर कालजयी स्वरूप प्रदान करे। प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल बनाने में सक्षम व्यक्ति ही असाधारण व्यक्तित्व का स्वामी होता है।