27 को हिमाद्री सिंह और फुन्देलाल होंगे आमने-सामने शुरू हुई तैयारी कौन किस पर पड़ेगा भारी?
शहडोल लोकसभा चुनाव का पहला सेमीफाइनल
इन्ट्रो-शहडोल लोकसभा के लिए अब तक छह प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है और इस बात की भी संभावना है कि भले ही एक या दो निर्दलीय ओर सामने आ जाएं लेकिन मुख्य दलों के सारे प्रत्याशियों के चेहरे साफ हो गए हैं। वही 27 तारीख को भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी अपने दूसरे सेट के नामांकन के समय दलबल के साथ सड़क पर शक्ति प्रदर्शन करेंगे इसकी संभावना नजर आ रही है। इसकी तैयारी में भाजपा और कांग्रेस में शुरू हो गई है।
(राम भैय्या)
अनूपपुर।
आगामी लोकसभा के चुनावी जंग की शुरुआत हो चुकी है और यह भी तस्वीर स्पष्ट हो गई है कि चुनावी मैदान में कौन-कौन से योद्धा अपनी अपनी पार्टी की तरफ से इस जंग के सेनापति बनेंगे। शहडोल लोकसभा क्षेत्र से मुख्य रूप से आमना सामना भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होना तय माना जा रहा है और यह भी तय हो चुका है कि भाजपा से हिमाद्री सिंह और कांग्रेस से पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल ही चुनावी जंग के मुख्य सेनापति होंगे। भाजपा और कांग्रेस के यह सेनापति 27 मार्च को अनूपपुर की सड़कों पर अपने समर्थकों की फौज के साथ उतारकर अनूपपुर की सड़कों पर जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारों के साथ जनसभा नामांकन रैली में अपने-अपने समर्थन में आई फौज के बहाने अपनी ताकत दिखाने का प्रयास करेंगे। अब इसमें से कौन कितना सफल होता है इस बात का तो पता 27 को ही चलेगा लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह तय माना जा रहा है कि 27 तारीख को ही लोकसभा का पहला सेमीफाइनल होगा और इसमें भाजपा और कांग्रेस के साथ खड़ी फौज की तुलना करके हार जीत का आकलन शुरू हो जाएगा।
हिमाद्री के साथ खड़ी होगी संगठन की फौज मौजूद रहेंगे शिवराज

 


शहडोल लोकसभा क्षेत्र की वर्तमान सांसद और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के 27 तारीख को आयोजित शक्ति प्रदर्शन मे अनूपपुर उमरिया शहडोल और कटनी जिले के ऑठो विधानसभा क्षेत्र से संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी और भाजपा विधायक मौजूद रहेंगे। भाजपा सूत्रों की माने तो प्रदेश भाजपा के नए दिशा निर्देश के तहत 27 तारीख को भाजपा के उक्त कार्यक्रम में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह मौजूद रह सकते हैं। पहले यहां वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आने की संभावना थी लेकिन आदिवासी जनता के बीच अपनी एक अलग पहचान और लोकप्रियता हासिल करने वाले शिवराज सिंह को यहां भेजा जा रहा है जो कहीं ना कहीं हिमाद्री सिंह के चुनावी जंग के मुख्य सूत्रधार भी हो सकते हैं। फिलहाल भाजपा के सूत्रों की मानें तो 27 तारीख को भारतीय जनता पार्टी का अनूपपुर में लोकसभा के लिए पहले शंखनाद होगा और यह पहला शंखनाद को जनता के बीच में भाजपा की जीत पक्की करने का एहसास दिलाने के लिए भाजपा बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को उक्त कार्यक्रम में लाने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल संगठन की बात करें तो भाजपा का संगठन शहडोल संभाग में नंबर वन है और इस संगठन की शक्ति के दम पर ही हिमाद्री सिंह दोबारा लोकसभा में जाने की तैयारी में है।
फुन्दे लाल रहेंगे वन मैन शो संगठन जमीन पर नहीं 

 


आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर चुके कांग्रेस पुष्पराजगढ़ विधायक एक अपनी अलग छवि के कारण जनता में तो चर्चित रहते हैं लेकिन शहडोल संसदीय क्षेत्र में कई गुटों कई खेमो में विभाजित कांग्रेस नेताओं को एक मंच पर कांग्रेस के झंडे के नीचे खड़ा करके लोकसभा चुनाव में जनता को एक निर्णायक संकेत देना उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है। फिलहाल शहडोल संसदीय क्षेत्र में वर्तमान में आठ विधानसभा सीटों में से मात्र पुष्पराजगढ़ पर ही कांग्रेस का परचम लहरा रहा है। और अगर यह कहा जाए की पुष्पराजगढ़ विधायक शहडोल संभाग के कांग्रेसी नेताओं में वन मैन शो है तो गलत नहीं है। फिलहाल वर्तमान हालात में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ना अपने आप में किसी चुनौती से काम नहीं है ऐसे समय में पुष्पराजगढ़ विधायक का पूरी ताकत दमखम के साथ चुनावी जंग के मैदान में कूदना यह बता रहा है कि विपरीत परिस्थितियों में भी साहस दिखाने की कोशिश केवल फुन्दे लाल ही कर सकते हैं। 27 तारीख को जब वह अपना द्वितीय सेट का नामांकन दाखिल करने के लिए कांग्रेस के नेताओं के साथ अनूपपुर की सड़कों पर निकलेंगे तो इस बात का भी पता चल जाएगा की शहडोल संसदीय क्षेत्र के कांग्रेसियों में कितना दमखम है या यह कहा जाए की शहडोल संसदीय क्षेत्र के चर्चित कांग्रेसियों में से कौन-कौन से कांग्रेसी फुन्दे लाल के नेतृत्व को स्वीकार करके भाजपा से चुनावी जंग लड़ने के लिए मैदान में उतरने के लिए तैयार है। फिलहाल अनूपपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने चुनाव जंग की तैयारी शुरू कर दी है और आज जिला कांग्रेस कार्यालय में होने वाली बैठक में यह भी स्पष्ट हो जाएगा की जिले के कांग्रेसियों की आगामी रणनीति क्या होगी।