धर्मान्तरित ईसाइयों की मौत हुई तो इलाके में दफनाने नहीं देंगे, विशेष ग्रामसभा बुलाकर पास किया प्रस्ताव

 

जगदलपुर । बस्तर जिले के तोकापाल ब्लाक के बड़े आरापुर के ग्रामीणों ने ईसाई धर्म का प्रचार करने वालों को दंडित करने फैसला किया है। विशेष ग्रामसभा में इसाई संप्रदाय के लोगों की ओर से किए जा रहे धर्म परिवर्तन को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए यह प्रस्ताव पास किया गया है कि इस धर्म को मानने वालों की मौत हो जाती है तो इस पूरे इलाके में उन्हें दफनाने के लिए जमीन नहीं दी जाएगी। साथ ही धर्म का प्रचार करने आने वालों को दंडित किए जाने का अधिकार भी ग्रामसभा के पास होगा। ग्रामीणों ने कहा कि ईसाई मिशनरियों द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा है यदि कानून-व्यवस्था की स्थिति निर्मित होती है, तो इसके लिए इलाके के लोगों को जिम्मेदार न ठहराया जाए। अधिकारी ग्रामीणों की ओर से विशेष ग्रामसभा में पास किए गए बिंदुओं के आधार पर कानूनी प्रावधानों को खंगालने के बाद निर्णय लेने की बात कह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी कई बार तोकापाल और लोहंडीगुड़ा इलाके में धर्मांतरण को लेकर हालात बिगड़ चुके हैं। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने बस्तर कलेक्टर के ज्ञापन सौपा। तोकापाल और लोहंडीगुड़ा इलाके में धर्मांतरण को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। तोकापाल ब्लाक की 4 पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर क्षेत्र में हो रहे धर्मान्तरण पर रोक लगाने की मांग की है। तोकापाल ब्लाक के बड़े आरापुर, रायकोट, तेलगा आरापुर, दुगनपाल पंचायतो के सैकड़ों ग्रामीणो ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर 17 बिंदुओं का ज्ञापन सौंपा। ग्रामसभा में निर्णय पारित कर 17 बिंदुओं का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके इलाके में कतिपय लोग सेवा के नाम पर जमीन पर कब्ज़ा कर रहे हैं और चर्च का निर्माण कर रहे है।