जैतहरी पुलिस के संरक्षण में फिर शुरू हुआ रेत का अवैध कारोबार,सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दस हाजर रुपये प्रति ट्रैक्टर हुआ फिक्स,कोतवाली पुलिस की कार्यवाही ने खोला जैतहरी पुलिस के संरक्षण का राज 
अनूपपुर - जैतहरी में चल रहे रेत के अवैध कारोबार को एक बार फिर जैतहरी पुलिस का संरक्षण प्राप्त हुआ है और ये संरक्षण एक मोटी रकम बतौर चढ़ोत्तरी स्वरूप भेंट की गई है उसके बाद क्या है जैतहरी के रेत माफिया चाहे धरती चाहे आसमान खोद डालें कोई फर्क नही पड़ता और इसकी बानगी तीन दिन पहले तब देखने को मिली जब जैतहरी का रेत माफिया ज्ञानू अनूपपुर के हर्री बर्री तिराहे पर रात को रेकी करते दिखाई दिया और एक तरफ जहां जैतहरी के रेत माफिया गोबरी घाट,शिवनी घाट से रेत के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है वही बेलिया घाट से अनूपपुर तरफ रेत का अवैध परिवहन करते रेत माफिया ज्ञानू के ट्रैक्टर को कोतवाली प्रभारी अरविंद जैन के निर्देश पर खलोक साहब ने ट्रैक्टर को जप्त कर कार्यवाही की थी,अब सवाल यह उठता है कि जब जैतहरी थाना प्रभारी प्रकाशचंद्र कोल ने एक बार रेत के अवैध कारोबार पर रोक लगा कर माफ़ियायों के पशीने छुड़वा दिए थे तो फिर दोबारा आखिर किसके संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार संचालित हुआ सूत्रों की माने तो बिना थाना प्रभारी के परमिशन के भारी मात्रा में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन किसी अकेले पुलिस कर्मी के संरक्षण में संभव नही है
एक तरफ जिले के खनिज अमले के द्वारा जैतहरी के चारो तरफ तिपान में अवैध उत्खनन और परिवहन रोक लगा पाना सम्भव नही हो पा रहा दूसरी तरफ जो पुलिस उन्ही रेत माफियाओं को पूरी तरह रेत के अवैध उत्खनन प
और परिवहन पर कुछ दिनों के लिए नकेल कस सकती है तो फिर दोबारा वही रेत माफिया भला किसके संरक्षण में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन शुरू कर दिए बड़ा सवाल है
पुलिस अधीक्षक अनुपपुर जितेंद्र सिंह पवार एक तरफ चुनावी तैयारियों में जुटे है वही इनके अधीनस्थ थानाप्रभारी अपने क्षेत्रों में अवैध कारोबारियों को संरक्षण दे कर अवैध कारोबार को बढ़ाने में अहम योगदान दे रहे है,,सबसे बुरा हाल जैतहरी थाने का है जहां जैतहरी शहर में रेत माफिया ,शराब माफिया पूरी सक्रियता के साफ अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है पर दर्भाग्य वस इनको रोकने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है जो खुद इन माफियाओं के आगे नतमस्तक नजर आ रहे है
इस पूरे मामले में हमने जैतहरी थाना प्रभारी प्रकाशचंद्र  कोल जी से बात की तो उनका कहना था कि अगर फिर शुरू हो गया है तो देखेंगे अरे साहब आप कब देखेंगे कैसे देखेंगे ये तो हमे नही पता पर इन्ही रेत माफ़ियायों के बीच मौजूद लोगों में हमने चर्चा होते हुए सुना कि साहब का प्रति ट्रैक्टर दस हजार फिक्स हो गया है हालांकि हम इस बात की पुष्टी नही करते पर अगर जरा भी इस बात पर सच्चाई है तो आप कैसे कब देखेंगे इस बात का अंदाजा लगाना किसी के लिए बड़ी बात नही है बहरहाल देखते है कि आप कब तक इन रेत माफियाओं को देख पाते है चूंकि ये हमे तो दिखाई देते है पर न तो खनिज विभाग को दिखते और न ही पुलिस को अब जैतहरी  पुलिस के दामन में लगे दस हजार के दाग को पुलिस को ही धोना है और दस हजार की बात करने वाले रेत माफ़ियाओ पर कार्यवाही करते हुए सैकड़ों ट्राली निकलने वाली अवैध रेत पर रोक लगाते हुए माफियाओं नकेल कसने के वक्त आ गया है चूंकि जब माफिया आपस मे गुफ्तगू करने लगे तो सारा पर्दा बे पर्दा होने में वक्त नही लगता ऐसा ही हाल इन दिनों चोर   पुलिस का खेल खेलने वाली पुलिस और रेत माफियाओं के गठजोड़ की बू आ रही है