माफियाओं को अबैध खनन की खबरें रोकने के लिए मिला सहारा  खबरों से तिलमिलाए तो देव प्रसाद की हुई शुरूआत
 रात्रि में दैत्याकार मशीनों से  जलधारा में होता है खनन@रिपोर्ट अजय यादव बांदा
बांदा। प्रदेश में योगी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अपने छः वर्ष पूरे कर लिए बहुत सी पूर्व की सरकारों की नीतियों व रीतियों में बदलाव हुआ और जीरो टॉलरेंस पर काम करने का दिशानिर्देश पूरे प्रदेश में उच्च अधिकारियों से निचले स्तर तक भेज दिया गया और माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही लगातार जारी रही जिससे सरकार का विज़न आमजन को स्पष्ट हो कुछ तो बदलाव हुए लेकिन शायद खनन पर मुख्यमंत्री के आदेश प्रभावी असर नहीं हुआ जिस कारण पूरानी सरकारों में सिंडीकेट व अबैध खनन माफियाओं ने चेहरे बदलकर पर्दे के पीछे से इस खनिज संपदा की लूट अपनी मजबूत पकड़ बना रखी जो समय समय पर प्रशासन, नेताओं व प्रभावशाली लोगों को अपनी सुविधा अनुसार नोटों के दम पर खरीद लेते हैं रहा सबाल लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का तो तेजी से ब्यापारिक हुए मीडिया संस्थानों के कुछ कर्मचारी भी इस लूट से मालामाल होने के लिए इन ठेकेदारों की कठपुतली बनकर ईमानदार पत्रकारिता की बोली लगाकर उनको बेचने वाले ब्यापारी बन गए कुछ को खरीद लिया कुछ को डरा धमकाकर शांत कर दिया। जिसकी बानगी में एकबार फिर से शुरू हुई ई टैण्डर की बालू खदानों में देखने को मिल रही हैं। जिसका उदाहरण है कि अबैध खनन व ओवरलोडिंग पूर्व की तरह बादस्तूर जारी है जिनमें खनन  व एनजीटी के नियमों को खाली कागज में है ज़मीनी हकीकत इससे उलट है। अभी जिले में भवानी पुरवा,अछरौड, मरौली 6 ,बेदा 2 , बेंदा 3 व लोहरा खदान के अबैध खनन से अभी हाल में ही एक युवक की डूबकर मौत भी हो गई है। कार्यवाही के नाम पर मुहदेखी कारवाई जारी और यह पूरा खेल बदस्तूर नियमों के विपरीत खनन व परिवहन जारी है। भवानी पुरवा खदान के पट्टाधारक जो सपा सरकार में एक कद्दावर दिवंगत नेता विनोद सिंह के परिवार से ताल्लुक रखने वाले पूर्व ब्लाक प्रमुख नरेंद्र सिंह हैं जो सपा सरकार की तरह से ही अबैध बालू खनन व ओवरलोडिंग के आदी इसलिए है वह शुरू से ही अपने सीमांकन से बाहर जलधारा के पार भारी भरकम एक दर्जन दैत्याकार मशीनों से नदी किनारे सब्जी उगाकर जीवनयापन करने वाले किसानों पर बाहूबल, प्रशासनिक व खादी के दम पर कहर जारी किए हुए हैं। जिसमें मीडिया ने अपनी पत्रकारिता से सच लिखा तो एक बहरुपिया ठेकेदार पत्रकार को मीडिया मैनेजमेंट की जिम्मेदारी सौंपी गई इनके बारे में जानकारी मिली है कि यह समय समय पर अबैध खनन माफियाओं से जुगलबंदी कर लाखों का वारा न्यारा कर रहा है जो माफियाओं का सहारा देव बनकर ईमानदार पत्रकारिता को बेसहारा कर सरेआम उसकी छवि को तार तार  कर रहा है बताते चले कि इसीलिए इनसे कुछ मीडिया संस्थानों ने तौबा कर ली है।