राष्ट्रीय लोक अदालत में 12 खण्डपीठों में 437 प्रकरणों का हुआ निराकरण

@रिपोर्ट - मो अनीश तिगाला 

अनूपपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार 13 मई को जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित तहसील कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम की सिविल न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिला न्यायालय में प्रातः 10.30 बजे प्रधान जिला न्यायाधीश एस. एस. परमार द्वारा दीप प्रज्जवलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। 12 खण्डपीठों में 2358 प्रकरणों में 437 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विवेक शुक्ला, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज जायसवाल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेन्द्र प्रसाद सेवतिया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेन्द्र कुमार उइके, न्यायिक मजिस्ट्रेट राम अवतार पटेल, न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवानी असाटी, न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजली शाह, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संतोष सिंह, जिला विधिक सहायता अधिकारी दिलावर सिंह सहित अन्य अधिवक्ता एवं कर्मचारी, पक्षकार उपस्थित रहें।

1 अदालत

उल्लेखनीय है कि लोक अदालत के लिये जिला न्यायालय अनूपपुर एवं तहसील न्यायालय कोतमा व राजेन्द्रग्राम में कुल 12 खण्डपीठों का गठन किया गया है। जिसमें राजीनामा योग्य दाण्डिक प्रकरण, चेक अनादरण से सम्बधीत प्रकरण, बैंक वसूली प्रकरण, मोटर दुर्घटना दावा, वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, सिविल प्रकरण एवं बिजली व पानी के बिल से संबंधित प्रकरणों का निराकरण आपसी राजीनामा द्वारा किया गया। जिला मुख्यालय, अनूपपुर, तहसील कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम में लंबित प्रकरणों में से 2358 प्रकरणों को लोक अदालत में रेफर किया गया, जिनमें से कुल 437 प्रकरणों का निराकरण हुआ। प्रीलिटिगेशन के 2781 प्रकरण प्रस्तुत हुए जिनमें से 196 प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से हुआ आयोजित लोक अदालत में कुल राशि 16977328 अवार्ड पारित किया गया। आयोजित लोक अदालत मे सभी कर्मचारीगण, अधिवक्ताओं व पक्षकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा आपसी सुलह एवं सामंजस्य के आधार पर आपसी राजीनामा कर पारस्परिक भाईचारा एवं सौहार्द पूण रहा