रोडवेज बस में महिला की हुई डिलीवरी, कंडेक्टर ड्राइवर ने तोड़ी नो इंट्री, बस लेकर पहुंचे अस्पताल रिपोर्ट@  अजय यादव बांदा
बांदा - उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसे सुनकर आपका दिल सुकून से भर जाएगा और ऊपर वाले का धन्यवाद भी करेगा जहां बांदा डिपो के रोडवेज बस के ड्राइवर और कंडेक्टर ने सारे नियमों को तोड़कर मानवता की मिसाल पेश की है नो एंट्री में पुलिस वालों ने रोका भी और चालान की धमकी भी दी पर सब कबूल करते हुए यह लोग सवारी से भरी बस लेकर अस्पताल पहुंच गए और बस में बैठे जच्चा बच्चा को सुरक्षित जिला महिला अस्पताल के डॉक्टर के हवाले कर दिया। दरअसल चित्रकूट जिले के भरतपुर थाना अंतर्गत भरसौंदा गांव के रहने वाले मजदूर परिवार कटाई के काम से मटौध  थाना अंतर्गत इचौली गांव आए थे जो वापस अपने गांव जाने के लिए मटौन्ध से बांदा डिपो की रोडवेज बस में बैठे थे तभी अचानक प्रसूता के पेट में दर्द उठने लगा जिसकी जानकारी कन्डेक्टर को हुई कंडक्टर ने ड्राइवर से कहा कि बिना देर करते हुए बस को सीधा अस्पताल पहुंचाओ और कंडक्टर ने इसकी जानकारी जिला अस्पताल के डॉक्टर को फोन पर दी पर प्रसूता ने चलती बस में खैराडा के पास एक बच्ची को जन्म दे दिया जिसकी सहायता बस में बैठी सवारियों ने की इसके बाद ड्राइवर और कंडक्टर बस लेकर जिला अस्पताल के लिए मुड़े पर जिला न्यायालय मोड पर पुलिस वालों ने बस रोक ली और कहा नो एंट्री में नहीं जाने देंगे अगर बस निकाली तो चालान करेंगे पर ड्राइवर और कंडक्टर ने इस बात की परवाह न करते हुए जच्चा बच्चा को सुरक्षित महिला अस्पताल पहुंचाया और वापस अपने रूट को चले गए।