फुटबॉल क्रांति बच्चों का भविष्य निखारने का जरिया- कमिश्नर
बरगवां। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा है कि शहडोल संभाग में फुटबॉल क्रांति बच्चों का भविष्य निखारने का जरिया है। फुटबॉल क्रांति शहडोल संभाग के बच्चों में प्रतिभा का उन्नयन करने की एक नई दिशा है। फुटबॉल क्रांति बच्चों को नए आकार में शिल्पी की तरह निखारने का कार्य कर रही है। फुटबॉल क्रांति के माध्यम से सभी बच्चे अपने भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर पुलिस, होमगार्ड, सेना, अग्निदूत जैसे विभिन्न सेवाओं के लिए तैयारी का माध्यम है। इतने सर्द माहौल में सभी खिलाड़ियों एवं ग्रामीणों की गर्मजोशी का अभिनंदन करता हूं जो इतना अच्छा फुटबॉल मैच का आयोजन किया। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा ने आज अनूपपुर जिले के ग्राम देवहारा में आयोजित अशोक तिवारी स्मृति गोल्ड कप अंतर्राज्यीय फुटबाल टूर्नामेंट को संबोधित कर रहे थे। कमिश्नर ने कहा कि आज जवाला ऋषि की नगरी जबलपुर एवं खजुराहो जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल वाला जिला छतरपुर से जो खिलाड़ी खेलने आए हैं, उन खिलाड़ियों का में प्रदर्शन देखकर काफी अभिभूत और इनका प्रदर्शन बहुत ही शानदार है। कमिश्नर ने कहा कि भारत लोक लज्जा का देश है, भारत लोक लाज का देश है, लोक राज मतलब जनता का राज, लोक राज डंडे से नहीं चलता बल्कि देश लोक राज लोक लाज से चलता है। डंडे से तो तानाशाही चलती है। कमिश्नर ने कहा कि आप सब भारत के स्वतंत्र, संप्रभुत्व एवं सम्मानीय नागरिक हैं। हमारे देश की असली स्वतंत्रता तब होगी जब कानूनों और कानून लागू करने वाली एजेंसियों की जरूरत नहीं पड़े। उसके लिए हम सबको कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं आपके इस देवहरा गांव में आप के माध्यम से यह संदेश देना चाहता हूं कि जैसे सब्जी बनाने में कोई मसाला बड़ा होता है, कोई भी मसाला किसी मसाले से छोटा या महत्वहीन नहीं है, वैसे ही देश या समाज में जो भी लोग हैं, चाहे उनका धर्म, जाति, धंधा कुछ भी हो सभी का समाज में बराबर का स्थान है। कमिश्नर ने कहा कि मैं यहां यह कहने आया हूं कि आपका गांव और आप लोग मिलकर ऐसे उदाहरण स्थापित कर सकते हैं कि हमारा गांव ऐसा हो, जहां किसी के साथ जाति, धर्म, ऊंच-नीच का भाव नहीं रखा जाता है। हमारे गांव के लोग हर बेटी को अपनी बेटी की तरह समझते हैं, यही एक आदर्श भारत है। कमिश्नर ने कहा कि हम 5000 वर्षों से दुनिया की सबसे महान सभ्यता थे। उन्होंने कहा कि हम महान सभ्यता इसलिए थे कि युवा पीढ़ी बड़े बुजुर्गों एवं माता-पिता का सम्मान करती थी। सब एक दूसरे का परस्पर सम्मान करते थे चाहे ईद हो, गांधी जयंती हो या फिर कोई अन्य त्योहार हो सब त्यौहार मिलकर मनाते थे। कमिश्नर ने कहा कि आपका गांव का नाम देवत्व है अर्थात देवहरा है और उसी प्रकार देवत्वआपके जीवन पद्धति में भी प्रकट होना चाहिए। कमिश्नर ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मैं गांव तथा आपकी तरक्की के लिए शासन में प्रशासन से जो कुछ हो सकता है सब करूंगा। इस अवसर पर एडीजी डीसी सागर ने  कहा कि फुटबाल क्रांति आपके स्वास्थ्य और भाईचारे से जुड़ी है, फुटबाल क्रांति शहडोल संभाग में कमिश्नर की देन है।  इस क्रांति से जुड़े और स्वस्थ्य रहने का प्रयास करें। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वह सोशल मीडिया का उपयोग सोच समझकर करें। नशे की प्रवृत्ति से दूर रहे, वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करें, अच्छी शिक्षा ग्रहण करें और अपने परिजनों का नाम रोशन करें। फुटबॉल प्रतियोगिता में कमिश्नर ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए खेल खेल भावना से खेलने तथा समर्पित भाव से खेलने हेतु प्रेरित किया इस दौरान कमिश्नर ने फुटबॉल में किक मारकर फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। फुटबॉल प्रतियोगिता में छतरपुर ने जबलपुर पर 2-1 विजय हुई। प्रतियोगिता में अध्यक्ष नगर पंचायत बरगवां श्रीमती गीता गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।