मनरेगा के 1181 स्टॉप चेक डैम में जल संरक्षण हेतु किया गया बोरी बंधान
अमृत सरोवर, बोल्डर चेक डैम के  कराये जा रहे कार्य
शहडोल। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हिमांशु चंद्र के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में मनरेगा योजना के तहत निर्मित 1181 स्टॉप एवम चेक डैम में बोरी बंधान व कड़ी शटर लगाकर जल संरक्षण का कार्य किया गया । किसान हितकारी जल संरक्षण बोरी बंधान कार्य कड़ी शटर लगाने का कार्य को जिले के ग्राम पंचायतों में  किया गया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना से ग्राम पंचायतों में सर्वांगीण विकास हेतु विभिन्न प्रकार के कार्य कराए जा रहे है। जिससे ग्राम पंचायतों में स्थायी विकास के साथ ही मजदूरों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। मनरेगा योजना का मुख्य उद्देश्य ही पलायन को रोककर ग्राम वासियो को अपने ग्राम में ही रोजगार उपलब्ध कराना है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके। अपने इस उद्देश्य में मनरेगा जिला शहडोल में सफल योजना के रूप में स्थापित हुई है। मनरेगा योजना के द्वारा जलसंरक्षण एवं  संवर्धन के कार्य कराए गए है। इसमे बड़े जलाशय निर्माण, अमृत सरोवर निर्माण, नवीन तालाब ,परकोलेशन टैंक, खेत तालाब, मीनाक्षी तालाब, कपिल धारा कूप, निर्मल नीर, कंटूर ट्रेंच, स्टॉप डैम, चेक डैम, बोल्डर चेक डैम, वाटर हार्वेस्टिंग आदि शामिल है। इसी कड़ी में मनरेगा व अन्य योजनाओं से निर्मित 1181 स्टॉप चेक डैम में जलसंरक्षण हेतु सरकारी अमले द्वारा ग्रामीणों की मदत से बोरी बंधान एवम कड़ी शटर का कार्य कराया गया। इसमे जनपद बेवहारी के 102, जनपद गोहपारू के 169, जनपद जयसिंह नगर के 335, बुढ़ार के 355 व सोहागपुर के 220 जलसंरचनाओं में यह कार्य किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि इस कार्य के प्रति जागरूकता लाने से हमें नई शक्ति एवं ऊर्जा प्रदान की है। जल संरक्षण एवं संवर्धन से हम बरसात के मौसम में जल को इकठ्ठा कर अपने खेतों में अच्छी फसल उगा सकेंगे। यह कार्य हो जाने से एक ओर जहां गर्मी में भी पीने के लिए पानी उपलब्ध रहेगा, वही दूसरी ओर खेती किसानी के लिए भी यह पानी काम आएगा। वही भीषण गर्मी में मूक पशु पक्षी भी अपनी प्यास बुझा पाएंगे।