विजय को करो दूर नही विजय होगी कोषो दूर, जैतहरी के भाजपा पार्षद प्रत्याषियों की गुहार
आनंद के आनंद पर बगावत का ग्रहण 
(राम भैय्या)
इन्ट्रो-जैतहरी नगर परिषद का चुनाव धीरे-धीरे अब ऐसे मोड पर आकर खड़ा हो गया है जहां पर प्रत्याषियों द्वारा की गई एक भी गलती उनके ऊपर भारी पड़ने वाली है। यही कारण है कि भाजपा के कई दिग्गज पार्षद प्रत्याषी अपने वार्डो में पांच साल तक कभी निर्दलीय, कभी कांग्रेसी, कभी भाजपाई बनकर नगर सरकार पर कब्जा जमाये बैठे विजय को लेकर जनता में इस कदर आक्रोष है कि कई वार्डो के भाजपा प्रत्याषियों ने भाजपा के बड़े नेताओं से इस बात की गुहार लगा रहे हैं कि उनके वार्डो में विजय को प्रचार करने से रोका जाये नही तो विजय होगी कोषो दूर।
अनूपपुर। जैतहरी नगर परिषद का चुनाव किस करवट बैठेगा इसका अंदाजा तो लगा पाना अभी मुष्किल है। परंतु यह तय है कि भाजपा की गुटबाजी के कारण कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। सर्वोच्च सत्ता ने जैतहरी नगर परिषद चुनाव परिणाम को लेकर जनता की नब्ज टटोली तो पता चला कि यहां पर भाजपा से ज्यादा भाजपा नेताओं की मनमानी से जनता में नाराजगी है। यही कारण है कि कई वार्डो के भाजपा प्रत्याषी केवल अपने दम पर चुनाव लड़ रहे है। यही नही जैतहरी नगर परिषद की वर्तमान अध्यक्ष नवरत्नी शुक्ला की 9 नंबर की सीट का भी गणित भी उलझ गई है और भाजपा की इस दुर्दषा का कारण अगर किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार माना जाये तो वह अध्यक्ष पति विजय ही है। और विजय के कारण ही जैतहरी में भाजपा से विजय दूर होती दिख रही है।
नौ नंबर वार्ड में असली नकली भाजपाई की जंग
जैतहरी नगर परिषद के चुनाव में सबसे हाॅट सीट मानी जाने वाली वार्ड नंबर 9 से वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष नवरत्नी शुक्ला चुनाव लड़ रही है, जिसके कारण वार्ड नंबर 9 की सीट को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां पर यह भी बता दिया जाये कि भाजपा प्रत्याषी नवरत्नी शुक्ला के सामने कांग्रेस प्रत्याषी की चुनौती कम जैतहरी के बड़े भाजपा नेता सुखलाल के बगावत के कारण बड़ी चुनौती बन गई है। इस वार्ड की जनता में अब तो यह भी कहा जाने लगा है कि यहां पर असली और नकली भाजपाईयों के बीच लड़ी जा रही यह चुनावी जंग आगे चलकर कितने रंग बदलती है इसका तो अंदाजा नही। परंतु यह तय है कि यहां का जो भी चुनाव परिणाम होगा वह चैकाने वाला होगा।
आनंद के आनंद में लग रहा बगावत का ग्रहण
वार्ड नंबर 6 से भाजपा के अधिकृत प्रत्याषी आनंद अग्रवाल के लिये भाजपा से बगावत करके चुनाव लड़ रहे नायडू सबसे बड़ी चुनौती बनकर जीत की राह में रोडा बने हुये है। सर्वोच्च सत्ता की टीम ने इस संबंध में जब वार्ड की जनता से बातें की तो पता चला कि जनता केवल चुनाव के समय ही हाथ जोड़कर मुसकुराकर सम्मान के साथ बोलने वाले प्रत्याषियो के इसके पहले का व्यवहार का भी आंकलन कर रही है। यही कारण है कि जैतहरी के प्रमुख व्यवसायी और वरिष्ठ भाजपा नेता होने के साथ ही उनके सूद का कारोबार आनंद के आनंद में ग्रहण लगा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर भाजपा के ही दबंग नेता की बगावत उस ग्रहण में अपनी दमदार भूमिका निभा रहे हैं।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सायलेंट जोन में
वार्ड नंबर 3 से भाजपा के अधिकृत प्रत्याषी वर्तमान नगर परिषद उपाध्यक्ष रवि राठौर दम-खम के साथ ताल ठोंकते तो नजर आ रहे हैं। परंतु वह अपनी पूरी चुनावी रणनीति को सायलेंट जोन में डालकर चुनाव प्रचार में डटे है। फिलहाल रवि राठौर के लिये भी यह चुनाव राजनैतिक भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण है। क्योंकि पिछला चुनाव उन्होंने जब जीता था तो न तो उनके पास जिलाध्यक्ष का पद था और न ही वह नगर परिषद के उपाध्यक्ष थे। सामान्य नेता की तरह जनता से सामान्य व्यवहार होने का लाभ मिला था। परंतु इस बार के चुनाव में इसका उल्टा नजर आ रहा है, क्योंकि बड़े पद पर बैठने के बाद जनता की आषा भी बडी हो जाती है और यह चुनाव परिणाम बतायेगा कि जनता की इस आषा पर रवि राठौर कितने खरे उतरते हैं।