कांग्रेस प्रत्याशी के कोतमा, बिजुरी में बैठक के दौरान नजर आई गुटबाजी
सुनील सराफ समर्थकों ने बनाई दूरी
(विकास पांडेय)
बिजुरी।
भाजपा हो या फिर कांग्रेस या फिर कोई भी राजनीतिक दल जमीनी कार्यकर्ता पर ही वोटों की फसल काटी जाती है। लेकिन अगर चुनावी दौर के दौरान कार्यकर्ताओ का कुनबा पार्टी छोड़ने पर आमादा हो जाए तो वो भी चुनावी वक्त पर तो उक्त सियासी  दल के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। इसे डैमेज कंट्रोल करना बड़े बड़े दिग्गज नेताओं के बस की बाहर की बात हो जाती है। इस बात से भला कौन और कैसे इंकार कर सकता है और उक्त राजनीतिक दल के लिए शुभ संकेत माना और कहा नहीं जा सकता ऐसी कुछ तस्वीरें वर्तमान समय पर कांग्रेस के सियासत के भीतर देखने को मिल रही है जो किसी हालात में कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नहीं माना जा सकता है। बुधवार को कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याषी फुंदेलाल सिंह मार्को कोतमा विधानसभा में ब्लाॅक मंडलम की बैठक लेने पहुंचे तो पहले जहां कोतमा में मनोज सराफ अंगा की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय रही वही बिजुरी में एैन वक्त पर पूर्व विधायक समर्थकों ने बैठक कराने से इंकार करके इस बात का संकेत दे दिया कि कांग्रेसियों को एक मंच पर एक साथ लाना किसी बड़ी चुनौती से कम नही है। आखिरकार ऐसे में शहडोल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कैसे फतह करा पाएगी। इस सवाल का जिक्र इसलिए क्योंकि अगर हम सियासत की नब्ज को टटोलें या फिर राजनीति के भीतर झांके तो  किसी भी राजनीतिक दल का कार्यकर्ता वो पैमाना है जो गांवों से लेकर शहरों तक वोटों की फसल काटता है। लेकिन चुनावी मौसम में कांग्रेस की सियासत के इर्द-गिर्द स्थिति विपरीत है  और ऐसे में फुन्देलाल अपनी चुनावी नैया को पार कर पाएंगे ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है ? स्मरणीय है कि  चैबीस की मुनादी हो चुकी है चैसर की जरूरत के लिए अब हंगामा जमकर मचेगा शब्दों के तरकष तीर सुनने को मिलेंगे। माना जा रहा है कि दिनों दिन बढ़ते तापमान के बीच अब बीतते वक्त साथ ही राजनीतिक तापमान भी बढ़ जाएगा। लोकसभा चुनाव के दौरान कोतमा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की सियासत के भीतर फिर दिखी गोलबंदी! चुनाव संचालन समिति से विधायक समर्थक ब्लाक अध्यक्ष का नाम गायब! कांग्रेस प्रत्याशी और कांग्रेस जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में बिजुरी नगर में गत दिवस आयोजित चुनावी बैठक से बिजुरी नगर के दूसरे कतार के नेताओं ने बनाई दूरी! ब्लाक अध्यक्ष ने अंतिम वक्त बैठक का स्थान निश्चित करने से झाड़ा पल्ला! आनन फानन में एक नेता के निवास में आयोजित हुई बैठक! बाद में अन्य स्थान पर मिल कर ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य विधायक समर्थको ने कांग्रेस उम्मीदवार का किया स्वागत! की चुनावी चर्चा भी हुई लेकिन सवाल तो खड़ा ही हो रहा है।