कछुए की चाल में चोलना- पड़ौर सोन नदी में हो रहा सेतु का निर्माण कार्य
कम ग्रेड के सीमेट के प्रयोग से सेतु के गुणवत्ता पर खड़े हो रहे प्रश्नचिन्ह
अनूपपुर।
जिले के अनूपपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत चोलना पड़ौर मार्ग पर सोन नदी में पुल का निर्माण कछुए की चाल की तरह धीमी गति से सेतु का निर्माण किया जा रहा है। लगभग 12 करोड़ की लागत से चोलना पड़ौर मार्ग सोन नदी पर वृहद सेतु (पुल) का निर्माण लोक निर्माण विभाग सेतु पुल निर्माण विभाग द्वारा स्वीकृत किया गया है। जिसका निर्माण कार्य मे. क्लासिक इंफ्राटेक्चर रीवा के द्वारा कार्य किया जा रहा है। वर्तमान समय में निर्माण कार्य लगातार लेट लतीफ का शिकार हो रहा है। वर्तमान समय में कार्यस्थल पर केवल चार से पांच मजदूर लगाकर ठेकेदार के द्वारा कार्य कराया जा रहा है। अभी सिर्फ बेस लेवल पर इसका निर्माण कार्य किया गया है 7 दशक के बाद पुल निर्माण की मिली स्वीकृति स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि सात दशक से इस नदी पर पुल निर्मित होने का इंतजार कर रहे थे। तत्कालीन प्रदेश में रहे खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के प्रयास से 2021-22 में सेतु की स्वीकृति मिली परंतु कछुए की चाल की तरह निर्माण एजेंसी के द्वारा कार्य किया जा रहा है। दशकों से पुल न होने के कारण यहां के ग्रामीणों को परेशानियों के बीच आवागमन करने की मजबूरी बनी हुई है. जिसके कारण दो पहिया तथा पैदल चलने वाले लोग जलस्तर कम होने पर नदी को पार कर दूसरे गांव तक पहुंचते हैं। बारिश के मौसम में चोलना- पड़ौर सहित इस गांव के समीप स्थित दर्जनों ग्रामों के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात के समय यहां के ग्रामीणों को 15 किलोमीटर दूर भालूमाडा मार्ग से होकर आवागमन करना पड़ता है। सेतु के गुणवत्ता पर खड़े हो रहे प्रश्नचिन्ह सेतु निर्माण में वर्तमान समय में काॅनक्रेसम सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है जिसका बेड 43 है। जानकारों का मानना है कि सेतु निर्माण के लिये मार्केट उच्च बेड का सीमेंट उपलब्ध है। जिसकी प्रयोग से सेतु की गुणवत्ता और भी उच्च मापदंडो तक पहुंच सकता है परंतु कम ग्रेड के सीमेंट का प्रयोग करने से सेतु के निर्माण के गुणवक्त पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं।
इनका कहना है
कार्य में प्रगति के लिए ठेकेदार को नोटिस जारी किया जाएगा जिससे कार्य समय से पूर्ण हो और लोगों को सेतु का लाभ मिल सके।
के. के. लच्छे अधीक्षण यंत्री जबलपुर मंडल