स्कूली बच्चों के हाथ में कैसे आया विस्फोटक डायनामाइट डेटोनेटर क्या किसी बड़े हादसे के इंतजार में है खनिज और प्रशासन
मिर्च दादर बना अवैध खनन माफियाओं का गढ़
इन्ट्रो-
मंगलवार को पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत दुनिया न्याय पंचायत के मिर्ची दादर गांव में पढ़ने गए स्कूली बच्चों के हाथ में लगा बारूद को विस्फोट करने वाला डायनामाइट डेटोनेटर इसके बाद खेल-खेल में प्लस माइनस तार को जोड़ देने के कारण विस्फोट हो गया और दो स्कूली बच्चे घायल हो गए। इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या जिले का पुलिस प्रशासन और खनिज विभाग को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।

(राम भैय्या)
अनूपपुर। 
जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत दोनिया ताली, धोबे, पमरा लालपुर क्षेत्र में अवैध खनन और खनन माफियाओं द्वारा बारूदी विस्फोट की खबरें लगातार प्रकाशित की जा रही है। भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकी लगा रहा खनिज विभाग भले ही अवैध खनन और अवैध ढंग से बारूदी विस्फोट की खबर को नजरअंदाज करता रहे लेकिन मंगलवार को दुनिया न्याय पंचायत अंतर्गत मिर्च दादर गांव में जो कुछ भी हुआ वह इस बात का गवाह है कि इस क्षेत्र में अवैध खनन और अवैध ढंग से बारुद विस्फोट करना आम बात हो गई है इसके बावजूद भी जिला पुलिस प्रशासन के साथ-साथ खनिज विभाग द्वारा इस क्षेत्र के अवैध खनन और अवैध बारूदी विस्फोट पर अंकुश न लगाए जन चर्चा का विषय बना हुआ है वही इस क्षेत्र के आम लोगों का कहना है कि शायद जिले का पुलिस प्रशासन और खनिज विभाग किसी गंभीर हादसे के इंतजार में है वही इस बात को लेकर भी चर्चा है कि डेटोनेटर से घायल हुए बच्चों में से अगर किसी की मौत हो गई होती तो शायद कुंभकरण नींद में सो रहा पुलिस प्रशासन और खनिज विभाग जग जाता है। पत्थरों की बहुतायात उपलब्धता को देखते हुये पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में 40 से ऊपर स्टोन क्रेशर संचालित हैं जिसके लिये आये दिन अवैध बारूदी धमाको से पत्थरों का उत्खनन ये क्रेशर संचालक करते रहते हैं जिनपर प्रशासन द्वारा लगाम लगाने की जगह हिस्सेदारी ले सहमति प्रदान की जाती है उसी से जुड़ा एक नया मामला ग्राम पंचायत दोनिया के मिर्वादादर का सामने आया है जिसमें खदानों में ब्लास्टिंग के लिये उपयोग की जाने वाली एक डायनामाईट बच्चों के हाथ लग गई जिसे खेलते समय वह ब्लास्ट हुई और बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। 27 फरवरी दिन मंगलवार को अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत दोनिया के प्राथमिक विद्यालय मिर्वादादर में पढ़ने वाले यशराज सिंह पिता अशोक सिंह कक्षा 1 का छात्र और संजय सिंह पिता सुग्रीव सिंह कक्षा 5वीं का छात्र है जो 9-30 बजे के करीब स्कूल प्रांगण में डायनामाईट से खेल रहे थे जिसमें खेलते समय विस्फोट हो गया और दोनोंनौनिहाल छात्र गंभीर रूप से घायल हो जात हैं ग्रामीणों द्वारा बच्चों की चीख पुकार व धमाके की आवाज सुनते ही विद्यालय पहुंचकर देखा तो दोनों बच्चे अचेत अवस्था में पड़े हुये थे ग्रामीणों द्वारा 108 एंबुलेश क फोन कर घायलों को ईलाज के लिये सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पुष्पराजगढ़ भेजा गया।
कैसे आया बच्चो के हाथ में डायनामाइट डेटोनेटर

 


डायनामाइट डेटोनेटर आया कहा से क्योक्ति विस्फोटकों के नियमानुसार प्रतिवाहन का नवर आने जाने का समय व ब्लास्टिंग के समय पुलिस घेरा की उपलब्धता होनी चाहिये लेकिन टेबिल के नीचे से मिले हाथो ने नियम कायदों की धज्जियां कानून के रखवाले ही उड़ारहे हैं जिनमें सहमति सफेद पोस नेताओं की बनी हुई है यहां यह कहना अतिशयोक्ति नहीं है कि किये जा रहे विस्फोटको के बेजा इस्तेमाल में सबकी हिस्सेदारी तय है और आज उसी हिस्सेदारी व नियमों की होली दो नौनिहाल बच्चों को गंभीर घायल कर दिया है जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिये सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पुष्पराजगढ़ में भर्ती कराया गया जहां से जिला चिकित्सालय अनूपपुर रेफर किया गया है चिकित्सकों के अनुसार अभी भी बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस और खनिज विभाग सो रहा कुम्भकरणी नींद में
जिस ग्राम पंचायत दोनिया में उक्त घटना हुई है वहां पर कई पत्थर खदानें व स्टोन क्रेशर संचालित है। वही इस क्षेत्र में जंगल और पहाड़ो पर अवैध खनन की कई षिकायते की गई है। सूत्रो की माने तो घटना वाले गांव मिर्चादादर में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा जगहो पर अवैध खनन किया जा रहा है। जिनमें समय-समय पर अवैध ब्लास्टिंगको अंजाम दिया जाता है जो स्थानीय समाचारों पर सुर्खियां बटोरते रहते हैं ऐसे ही बीते वर्ष हुये पंचायत चुनाय के दौरान लगे आचार संहिता में अवैध ब्लास्टिंग को लेकर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों द्वारा कई आवेदन एवं शिकायत पत्र माईनिग पुलिस व कलेक्टर अनूपपुर के समक्ष हो चुके हैं पर समयानुसार कार्यवाही न होने पर अवैध ब्लास्टिंग को अंजाम देने वाले पत्थर खदान संचालक एवं ब्लास्टर के हौसले बुलंद है जिसमें यह कहना गलत नहीं होगा कि कहीं न कहीं माईनिंग और पुलिस की भी सलिमता सदेहास्पद है उक पूरी घटना में बच्चों के हाथ डायनामाईट कैसे लगी यह तो जाच का विषय है समय रहते अगर स्थानीय प्रशासन सहित जिला प्रशासन नहीं चेता तो क्षेत्र में कभी भी बड़ी दुर्घटनायें घट सकती है।